Last Updated: Sunday, December 9, 2012, 19:51

हावेरी/कर्नाटक : कर्नाटक की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरूआत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आज औपचारिक रूप से अपनी पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) का उद्घाटन किया। इस घटनाक्रम से भाजपा सरकार पर अस्थिरता का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि उसके 13 विधायकों ने पार्टी लाइन को दरकिनार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री का समर्थन किया।
दस दिन पहले भाजपा छोड़ने वाले येदियुरप्पा समर्थक 13 विधायकों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा किया जिससे सत्तारूढ़ भाजपा खेमे में तनाव बढ़ गया क्योंकि पार्टी ने आज की रैली में भाग लेने वाले या पूर्व मुख्यमंत्री का समर्थन करने वाले विधायकों पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। जनसभा को संबोधित करते हुए येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार की निंदा की और फिर से जनादेश पाने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, शेट्टार ने कहा कि अगर विधायक आज की जनसभा में शामिल होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार के पास अब बहुमत नहीं है। आप येदियुरप्पा के समर्थन के कारण मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हो। अगर आपके दम है तो विधानसभा भंग करके नया जनादेश लीजिए। विधायकों एच हलप्पा, नेहरू ओलेकर, बीपी हरीश, सीसी पाटिल और कल मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सुनील वाल्यापुरे के जनसभा में भाग लेने को सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
शेट्टार ने सुनील द्वारा इस्तीफे दिये जाने के बाद कहा कि उन्हें अब भी बहुमत हासिल है। उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्देश का पालन नहीं करने और येदियुरप्पा की रैली में भाग लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शेट्टार ने कहा, अनुशासनहीनता को बर्दाश्त करने का कोई सवाल नहीं है।
पांच महीने पुरानी शेट्टार सरकार को एक और झटका उस समय लगा जब पाषर्द शिवराज सज्जन द्वारा आयोजित चाय नाश्ते में कम से कम 21 भाजपा विधायकों, सात विधान परिषद सदस्यों तथा चार लोकसभा सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में बसवराजा बोम्मई, सीएम उडासी, मुरूगेश निरानी और शोभा करांदलाजी सहित सात मंत्री मौजूद थे लेकिन वाल्यापुरे को छोड़कर अन्य सभी जनसभा में नहीं पहुंचे।
पार्टी की स्थापना से पहले मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कल सख्ती बरतते हुए सहकारिता मंत्री बी जे पुट्टास्वामी को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया जो येदियुरप्पा के वफादार समझे जाते हैं। भाजपा ने उनके एक अन्य प्रमुख समर्थक और तुमकुर से सांसद जी बी बासवराज को पार्टी से बर्खास्त कर दिया। दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कर्नाटक जनता पार्टी के सूत्रों ने कहा कि चाय नाश्ते पर आयोजित बैठक में पहुंचे विधायकों की संख्या से आज नई पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने वाले येदियुरप्पा निराश रहे क्योंकि उन्हें 40 विधायकों के आने की उम्मीद थी। 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 118 सदस्य हैं और कांग्रेस के 71 और जनता दल एस के 26 विधायक हैं। सदन में सात निर्दलीय तथा दो पद रिक्त हैं।
येदियुरप्पा ने कहा, यदि वे (भाजपा) चाहते हैं कि यह सरकार चलती रहे जो कि केजेपी-भाजपा गठबंधन से अधिक कुछ नहीं है, तो उन्हें मेरे समर्थकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से बचना चाहिए। येदियुरप्पा के समर्थकों के खिलाफ यह कार्रवाई कल की गयी। इससे एक दिन पूर्व 23 विधायकों तथा सात मंत्रियों ने उनके द्वारा बेलगाम में आयोजित सुबह के नाश्ते पर बैठक में हिस्सा लिया था जो कद्दावर लिंगायत नेता के प्रति उनकी एकजुटता को प्रदर्शित करता है।
गौरतलब है कि येदियुरप्पा ने 30 नवंबर को भाजपा से अपना 40 साल पुराना नाता तोड़ लिया था। भाजपा द्वारा विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने से पांच माह पुरानी शेट्टार सरकार को अपने अस्तित्व के लिए गंभीर खतरे का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अगले मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। येदियुरप्पा ने नया क्षेत्रीय दल गठित करने को सही ठहराया और कहा कि इस पार्टी का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने कहा कि वह अगले चार पांच दिन में बीदर से राज्यव्यापी यात्रा शुरू करेंगे। तीन विधान परिषद सदस्यों मुमताज अली खान, सज्जन और एमडी लक्ष्मीनारायण भी जनसभा में शामिल हुए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 9, 2012, 19:51