Last Updated: Friday, May 25, 2012, 17:13
मुम्बई : आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने शहर को हिलाकर रख देने वाले तीन बम विस्फोटों के लगभग एक साल बाद आज यहां चार आरोपियों के खिलाफ विशेष मकोका अदालत में चार हजार पृष्ठ का आरोप पत्र दायर किया। 13 जुलाई 2011 को हुए इन विस्फोटों में 27 लोग मारे गए थे और अनेक घायल हुए थे।
चारों आरोपियों नकी अहमद, नदीम शेख, कंवर पथरीजा और हारून नाईक पर मकोका, भादंसं और अन्य कानूनों के तहत आरोप लगाए गए हैं। नदीम द्वारा मजिस्ट्रेट के समक्ष की गई स्वीकारोक्ति की एक प्रति भी अदालत में दायर की गई। इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित वकास, तरबेज और यासीन भटकल सहित पांच अन्य आरोपी फरार हैं जिन पर संदेह है कि उन्होंने विस्फोट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एटीएस के अनुसार भटकल, वकास और तरबेज ने भाइकुला स्थित हबीब इमारत में तीसरी मंजिल पर एक फ्लैट किराए पर लिया जहां उन्होंने दादर, झावेरी और ओपेरा हाउस में विस्फोट करने से पहले कथित तौर पर विस्फोटक तैयार किए। दादर, झावेरी और ओपेरा हाउस में शाम के व्यस्त समय में विस्फोट किए गए थे। इनमें 27 लोग मारे गए थे और 130 घायल हुए थे।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने आतंकी हमले का शिकार हुई जगहों से नमूने लिए थे। उन्होंने प्रारंभिक तौर पर मत व्यक्त किया था कि विस्फोटकों में ईंधन तेल के साथ अमोनियम नाइट्रेट मिला था, जबकि विस्फोट करने के लिए डिजिटल टाइमरों का इस्तेमाल किया गया। जांच आगे बढ़ने के साथ ही एटीएस अधिकारियों ने भाइकुला के फ्लैट पर ध्यान केंद्रित कर दिया जहां संदिग्ध छिपे थे और विस्फोटकों को तैयार किया गया था। बाद में फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने वहां से एक कंप्यूटर और कमरे में रहने वाले लोगों के कपड़े परीक्षण के लिए हासिल किए थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 25, 2012, 17:13