14 साल पाक जेल में बिताकर वतन लौटे लाल सिंह

14 साल पाक जेल में बिताकर वतन लौटे लाल सिंह

खरगौन (मप्र) : जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम भसनेर निवासी युवक लाल सिंह के पाकिस्तान की जेल में 14 वर्ष समय बिताने के बाद अपने घर लौटने पर उसकी मां, छोटे भाई व ग्रामीणजनों ने बुधवार सुबह गर्मजोशी से स्वागत किया।

लाल सिंह के भाई हरि सिंह ने बताया कि लाल सिंह (32) 14 साल पहले मानसिक रूप से विक्षिप्त होने के कारण अपने परिवार को अलविदा कहकर चला गया था। सरबजीत सिंह के समान ही वह गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया और पाक सेना ने उसे पकड़कर जेल में डाल दिया। उसने लाहौर की कोट लखपत जेल में उस जुर्म की सजा काटी जो उसने कभी किया ही नहीं।

लाल सिंह के इंतजार में मां सुशीलाबाई के आंसू तक सूख गए थे लेकिन 23 जून 2010 को पाकिस्तान द्वारा 17 भारतीयों को रिहा किया गया, उसमें लाल सिंह भी शामिल था। लेकिन मानसिक हालत ठीक नहीं होने के कारण उन्हें अमृतसर के विद्यासागर मनोरोग अस्पताल में भर्ती कराया गया।

गांव के हेमराज सोलंकी ने बताया कि लगभग तीन साल पहले भी कोतवाली पुलिस के साथ कुछ अन्य अधिकारी लालसिंह का फोटो लेने गांव आये थे, तब यह बताया गया था कि लालसिंह पाकिस्तान की जेल में है, लेकिन बेटे के मिल जाने की बात पर मां व परिजनों को विश्वास नहीं हो रहा था।

ग्राम के नेम सिंह चौहान व अन्य लोगों ने बताया कि लाल सिंह के पिता गुलाब सिंह चौहान ने रिश्तेदारों के साथ अपने बेटे को ढूंढ़ने की बहुत कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। पुत्र के लापता होने के लगभग छह वर्ष बाद वियोग में पिता की मृत्यु हो गई।

लाल सिंह कक्षा 9वीं तक पढ़ा है, उसकी एक बहन और एक भाई है जिनका विवाह हो चुका है। बुधवार सुबह 10 बजे अमृतसर (पंजाब) की पुलिस खरगौन के कोतवाली पुलिस के साथ लाल सिंह को लेकर पहुंची, इंतजार कर रही मां सुशीला बाई की आंखों में आश्चर्यमिश्रित आंसू आ गये, वह लाल सिंह से लिपट गई। छोटे भाई हरि ने पुष्पहार से अपने भाई का स्वागत किया।

खरगौन कोतवाली के नगर निरीक्षक छत्रपाल सिंह ने बताया कि लाल सिंह को बुधवार सुबह अमृतसर पुलिस के एक एएसआई के नेतृत्व में 6 पुलिसकर्मियों की टीम ने उसकी मां को सुपुर्द किया तथा ग्राम भसनेर तक छोड़ने पुलिस गई। वहां उपस्थित परिजनों व ग्रामीणों ने भी मिठाई खिलाकर लाल सिंह का आत्मीय स्वागत किया। मां सुशीलाबाई ने कहा कि वह अपने बेटे को पाकर बहुत खुश है, ईश्वर को धन्यवाद देती हूं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, May 8, 2013, 21:17

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