Last Updated: Sunday, August 19, 2012, 20:11

जोरहाट (असम) : असम के जोरहाट जिले के एक वैष्णव मठ में बीते 484 सालों से लगातार जल रहे एक दीप को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है ।
साल 1528 में धेकियाखोवा बोर नामघर में पहली बार जलाया गया यह दीप उस वक्त से अब तक स्थानीय निवासियों की ओर से लगातार जलाया जाता रहा है । कल इसे औपचारिक रूप से रिकॉर्ड में शामिल किया गया ।
एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से मान्यता का प्रमाण पत्र जोरहाट से लोकसभा सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बिजॉय कृष्ण हांडिक को सौंपा गया ।
गौरतलब है कि असम के संत और सामाजिक-धार्मिक सुधारक श्रीमंत शंकरदेव के मुख्य अनुयायी श्री श्री माधवदेव ने 1528 में ऐतिहासिक नामघर की स्थापना की थी । इसकी स्थापना के बाद से ही दीप लगातार जल रहा है । (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 19, 2012, 20:11