Last Updated: Friday, March 8, 2013, 19:46
मुंबई: आयकर विभाग ने फर्जी बिल घोटाले का पर्दाफाश किया है। एक आयकर अधिकारी ने यहां शुक्रवार को कहा कि ये फर्जी बिल हवाला डीलरों ने करदाताओं को दिए हैं, ताकि करदाता अपनी कर योग्य आय को कम कर दिखा सकें। घोटाले के तहत 6,500 करोड़ रुपये के मामले मुंबई के और 722 करोड़ रुपये के 39 मामले पुणे के हैं।
आयकर विभाग के मुताबिक कई करदाताओं ने बिना सामान खरीदे हवाला डीलरों से फर्जी बिल हासिल किए और इनका उपयोग कर आय को कम दिखाने में किया।
अधिकारी ने कहा कि करचोरी के लिए इस तरह की गतिविधियां बड़े पैमाने पर हो रही हैं। महाराष्ट्र के वैट और बिक्रीकर विभाग ने कर चोरी के ऐसे 2,000 मामले देखे। उन्होंने यह जानकारी राज्य और केंद्रीय राजस्व विभाग के बीच नियमित सूचना साझेदारी के तहत साझा किया, जिसके आधार पर आय कर विभाग ने इन मामलों की जांच की।
आयकर विभाग ने ऐसे फर्जी बिल का उपयोग करने वाले करदाताओं से अपील की है कि वे आगे आएं और सही रिटर्न दाखिल करें।
करदाताओं से 15 मार्च से पहले बकाए कर का भुगतान करने के लिए कहा गया है। अग्रिम कर भुगतान की आखिरी तिथि 15 मार्च है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 19:46