Last Updated: Wednesday, June 12, 2013, 00:08
पटना : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद भाजपा से संबंध जारी रखने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की शुरुआत किए जाने से राजग के इन दोनों दलों के बीच रिश्ते अब चंद दिनों तक जारी रहने के आसार लगने लगे हैं।
जद यू सूत्रों ने बताया कि नीतीश ने इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश के अन्य नेताओं के साथ कल देर रात्रि तक विचार-विमर्श किया जो कि आज रात्रि भी जारी रहेगी। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही कोई बडी घोषणा हो सकती है।
जदयू की उक्त बैठक में शामिल हुए राज्य सरकार के एक मंत्री ने अपने नाम का खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि भाजपा के साथ उनके दल का संबंध अब चंद दिनों का रह गया है।
सूत्रों ने बताया कि जदयू के जिन नेताओं के साथ नीतीश ने इस संबंध में विचार-विमर्श किया है उसमें उनके मंत्रिमंडल सहयोगी बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, नरेंद्र सिंह, बृषिण पटेल, श्याम रजक और राज्यसभा सांसद और मुख्यमंत्री के विश्वस्त आरसीपी सिंह के नाम शामिल हैं।
यह भी बताया गया कि भाजपा से सत्ता से बाहर होने पर सरकार चलाने के लिए बहुमत के लिए निर्दलीय विधायकों से संपर्क साधा गया है।
उल्लेखनीय है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान में जदयू के 118 विधायक हैं और बहुमत सिद्ध करने के लिए 122 के आंकडे की जरूरत पडेगी। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के चार विधायकों का सरकार समर्थन लिया जा सकता है जबकि निर्दलीय विधायकों की कुल संख्या छह है।
वहीं बिहार विधानसभा में भाजपा के 91, राजद के 22, कांग्रेस के चार तथा लोजपा और भाकपा के एक-एक विधायक हैं।
नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर कल नीतीश ने कहा था कि जो कुछ भी खबरें आयी हैं उसको हमलोगों ने देखा है और हम खबरों के जो निहितार्थ हैं, उसपर गौर करके चर्चा करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 12, 2013, 00:08