Last Updated: Wednesday, January 23, 2013, 11:25

मुंबई : मुंबई के एक ऑटो-रिक्शा चालक की बेटी प्रेमा जयकुमार ने तमाम अड़चनों और बाधाओं को धता बताते हुए अखिल भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंसी परीक्षा में अव्वल मुकाम हासिल किया।
मलाड में सामानों से ठसाठस एक कमरे के छोटे से चॉल में अपने भाई और मां-बाप के साथ रहने वाली 24 वर्षीय प्रेमा ने मंगलवार को बताया कि उसे सीए परीक्षा में टॉप करने की बेहद खुशी है। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से नवंबर 2012 में आयोजित परीक्षा के नतीजे की घोषणा सोमवार को की गई।
खुशी से लबरेज प्रेमा ने कहा कि यह मेरी पूरी जिंदगी की उपलब्धि है। उसका परिवार मूलत: तमिलनाडु का रहने वाला है, लेकिन वह कई साल से मुंबई में बस चुका है जहां उसके पिता जयकुमार पेरूमल ऑटो-रिक्शा चला कर अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं।
सीए परीक्षा में 800 में शानदार 607 अंक हासिल करने वाली प्रेमा अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने मां-बाप को देती है। वह चाहती हैं कि अब वे अपनी बाकी जिंदगी आराम से गुजारें। प्रेमा ने कहा कि उनके (मेरे मां-बाप के) समर्थन और आशीर्वाद के बगैर यह मुमकिन नहीं था। मेरे मां-बाप ने हमेशा मुझे प्रेरित किया। मैं अब चाहूंगी कि मेरे लिए इतना कुछ करने वाले मेरे मां-बाप आराम की जिंदगी बिताएं। उसने कहा कि उसे अपने पिता और गृहणी मां पर नाज हैं, जिन्होंने उसकी पढ़ाई में खासा सहयोग दिया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 22, 2013, 19:17