CBSE पुस्तक में नाडर समुदाय पर सामग्री को लेकर विवाद

CBSE पुस्तक में नाडर समुदाय पर सामग्री को लेकर विवाद

चेन्नई : सीबीएसई की पाठ्यपुस्तक में नाडर समुदाय के आपत्तिजनक चित्रण पर तमिलनाडु में राजनीतिक दलों ने विरोध जताया है। वहीं केंद्र ने आज आश्वासन दिया कि वह मामले की पड़ताल करेगा और जरूरी कार्रवाई करेगा। मानव संसाधन विकास मंत्री एम एम पल्लम राजू ने अपने पार्टी सहयोगी और जहाजरानी मंत्री जी के वासन को यह आश्वासन दिया।

वासन के अनुसार, राजू ने कहा है कि वह वास्तविकता जानने के लिए अधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे हैं और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर हरसंभव जरूरी कार्रवाई करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सीबीएसई की किताब में गलत जानकारी से नाडर समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं और इस हिस्से को तत्काल किताब से हटाया जाना चाहिए।

इससे पहले दिन में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में कहा कि राज्य के दक्षिणी जिलों में व्यापार से जुड़े नाडर समुदाय के बारे में पाठ्यपुस्तक में गलत ब्यौरा गलतफहमी पैदा करने वाला है और यह समुदाय के बारे में छात्रों के मन में गलत छवि बना सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि अधिकारियों को आपत्तिजनक उल्लेख हटाने का निर्देश दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वर्षों से नाडर समुदाय का सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान सराहनीय है। शिक्षा एवं कारोबार के क्षेत्र में उनकी सफलता का श्रेय उनके परिश्रम और प्रतिबद्धता को जाता है।’ उन्होंने कहा कि कामराज समेत इस समुदाय के अन्य महान नेताओं ने समाज के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया है और वह समुदाय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करती हैं।

द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने कल प्रधानमंत्री से अनुरोध किया था कि अधिकारियों को किताब में से सामग्री हटाने के लिए कहा जाए। डीएमडीके अध्यक्ष विजयकांत, एमडीएमके नेता वाइको और पीएमके नेता एस रामदॉस ने भी किताब की विषयवस्तु पर आपत्ति जताई है। (एजेंसी)

First Published: Friday, November 16, 2012, 21:43

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