Last Updated: Friday, March 8, 2013, 19:31

लखनऊ: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कुंडा पहुंचकर सीओ जिया उल हक सहित तीन लोगों की हत्या की जांच शुरू कर दी। सीबीआई गुरुवार को इस मामले में चार प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कर चुकी है। एक प्राथमिकी में पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैजा को सीओ की हत्या का आरोपी बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, फॉरेंसिक विशेषज्ञयों को साथ लेकर शुक्रवार को कुंडा पहुंची सीबीआई की टीम स्थानीय पंचायत कार्यालय में प्रतापगढ़ जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से घटना के संबंध में जानकारी ले रही है।
बताया गया है कि सीबीआई की टीम सीओ को मौके पर छोड़कर भागने के आरोप में निलंबित चार पुलिसकर्मियों को फिर से घटनास्थल (वलीपुर) ले जाएगी और वहां उनसे पूछताछ करेगी।
सीबीआई की टीम घटना के बाद से लापता सीओ की पिस्टल की तलाश करेगी। इसके साथ ही उस गोली को खोजेगी जिससे कथित तौर पर सीओ की मौत होने की बात कही जा रही है। सीबीआई के अधिकारी अगले कुछ दिन कुंडा में ही रहकर घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाएंगे।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेन्सी ने जिला प्रशासन से सीओ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी है। अगर वह रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हुई तो संभव है कि सीओ का फिर से पोस्टमार्टम हो सकता है।
सीओ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि उन्हें एक गोली लगी थी, जबकि सीओ की पत्नी परवीन ने तीन गोलियां लगने का दावा किया था।
संभावना जताई जा रही है कि सीओ की हत्या और आपराधिक साजिश में नामजद राजा भैया से भी सीबीआई पूछताछ कर सकती है।
सीओ के परिजनों की मांग पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विगत सोमवार को मामले की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध केंद्र को भेजा था।
सीबीआई की तरफ से जो चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं उनमें सीओ, ग्राम प्रधान नन्हे यादव और उनके भाई रमेश यादव की हत्या तथा वलीगांव में हुई हिंसा का मामला है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी यही चार मामले दर्ज किए थे।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार को दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में गांव के प्रधान नन्हे और उनके भाई की मौत हो गई थी। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिया उल हक की भी हत्या कर दी गई थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 14:52