Last Updated: Thursday, May 30, 2013, 18:50
कानपुर : कानपुर से लखनऊ के बीच पवनहंस हेलीकाप्टर सेवा का उद्घाटन गुरुवार को आईआईटी कानपुर के परिसर की हवाई पट्टी से किया गया। यह हेलीकाप्टर सेवा आईआईटी कानपुर से लखनऊ केवल 25 मिनट में पहुंचा देगी। नियमित रूप से इसकी शुरूआत आगामी एक जून से होगी।
हेलीकाप्टर सेवा के उद्घाटन के अवसर पर आईआईटी के निदेशक प्रो. इंद्रनील मन्ना ने कहा कि आईआईटी का बहुत सपना था कि उसकी अपनी हवाई पट्टी से लखनऊ के लिये हेलीकाप्टर सेवा शुरू हो, क्योंकि यहां आने वाले देशी विदेशी मेहमानों को लखनऊ से यहां तक सड़क मार्ग से आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था तथा समय भी काफी लगता था।
उन्होंने कहा कि इसलिये आईआईटी के अधिकारियों ने नागरिक उड्डयन अधिकारियों को इस साल मार्च में आईआईटी से लखनउ तक के लिये हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया था जो मंजूर हो गया।
मन्ना ने कहा कि पहले तीन माह इस हेलीकाप्टर सेवा का खर्च आईआईटी और इसके पूर्व छात्र उठायेंगे। बाद में इसके व्यावसायीकरण पर विचार किया जायेगा। अभी इस हेलीकाप्टर सेवा के किराये पर निर्णय नहीं किया गया है। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय डीजीसीए के संयुक्त महानिदेशक और पवनहंस के चेयरमैन कम प्रबंध निदेशक अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि आईआईटी कानपुर के लिये यह हेलीकाप्टर सेवा मील का पत्थर साबित होगी। भविष्य में इस हेलीकाप्टर सेवा को और स्थानों के लिये बढ़ाया भी जा सकता है। संभवत: आईआईटी कानपुर पहला ऐसा शिक्षण संस्थान होगा, जिसने अपनी हेलीकाप्टर सेवा शुरू की है।
उत्तर प्रदेश मचेर्ंट चैम्बर आफ कामर्स की महासचिव अनीता झा ने कहा कि अभी तक कानपुर और दिल्ली के बीच केवल एक विमान आता है। लेकिन कानपुर से लखनउ जाने के लिये अभी तक कोई भी हवाई सेवा शहर में उपलब्ध नहीं थी। मर्चेंट चैम्बर आफ कामर्स से जुड़े उद्योगपति लगातार इस बात की मांग कर रहे थे कि कानपुर और लखनउ के बीच हेलीकाप्टर सेवा शुरू की जाये। इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को वीडियो लिंक के जरिये जुड़ना था। लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा न हो सका और मंत्री समारोह को संबोधित नही कर पाये। इस अवसर पर शहर के तमाम बड़े उद्योगपति भी मौजूद थे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 30, 2013, 18:50