Last Updated: Wednesday, April 24, 2013, 19:00
ज़ी मीडिया ब्यूरोकोलकाता: पश्चिम बंगाल की चिट फंड कंपनी के मालिक सुदीप्ता सेन ने गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी की सरकार के कुछ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुदीप्तो ने टीएमसी नेताओं पर पैसे मांगने और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि टीएमसी के 22 नेताओं को उन्होंने पैसे दिए हैं।
सुदीप्ता ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता मुझे ब्लैकमेल करते थे। उन्होंने कहा है कि हर नेता को वह प्रत्येक महीने 80 लाख रुपये देते थे। उन्होंने टीएमसी सांसद सुजॉय घोष और कुणाल घोष का नाम लिया है और पैसे लेने के आरोप लगाए हैं। हालांकि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
इस बीच शारदा कंपनी में धोखाधड़ी के शिकार हुए हजारों निवेशकों की ओर से बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को कंपनी के 35 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया। चिटफंड घोटाले को लेकर शारदा ग्रुप के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने कंपनी के चेयरमैन एवं एमडी सुदीप्ता सेन के 36 कारों को जब्त कर लिया है।
इसके अलावा, कोलकाता के आसपास स्थित शारदा समूह के चार ऑफिस बिल्डिंग को भी जब्त कर लिया है। इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने एक न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो सोमवार से निवेशकों की तरफ से शिकायतों को स्वीकार करेगी। गौर हो कि शारदा कम्पनी ने हजारों निवेशकों से कथित रूप से धोखाधड़ी की है।
शारदा समूह के बंद होने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने चिटफंड कम्पनियों की जांच के लिए विशेष जांच दल के गठन और उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की है।
First Published: Wednesday, April 24, 2013, 18:53