अखबार दफ्तर में शिवसैनिकों का हंगामा - Zee News हिंदी

अखबार दफ्तर में शिवसैनिकों का हंगामा

मुम्बई : शिवसेना के 50 से अधिक नाराज कार्यकर्ताओं ने यहां शनिवार दोपहर टाइम्स ऑफ इंडिया भवन में घुसकर मेजें, कम्प्यूटर और अन्य कई वस्तुएं तोड़ दीं। घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई। पुलिस ने मौके से दर्जन भर से अधिक सेना कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। हमलावरों ने स्वागत कक्ष पर पथराव किया और डंडे से हमला किया। उन्होंने समूह के मराठी दैनिक में प्रकाशित खबर के खिलाफ विरोध जताते हुए पर्चे फेंके।

 

गृह मंत्री आर.आर. पाटील ने हमले की निंदा की और कहा कि जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक 16 लोगों को पकड़ा है और हमलावरों की तस्वीर भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनपर गैर जमानती मामला दर्ज कराया जाएगा और उनके तथा उनके पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

हमलावर मराठी दैनिक महाराष्ट्र टाइम्स में प्रकाशित एक रपट का विरोध कर रहे थे, जिसमें कथित तौर पर सम्भावना जाहिर की गई थी कि अमरावती से पार्टी सांसद आनंदराव अडसुल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की योजना बना रहे हैं। अडसुल और उनके विधायक पुत्र अभिजीत तथा पार्टी के एक अन्य सांसद और शिवसेना के मुखपत्र सामना के सम्पादक संजय राउत ने इस आधार पर परोक्ष रूप से हमले का समर्थन किया कि कार्यकर्ता अखबार में प्रकाशित निराधार और अपुष्ट समाचार से भड़के हुए थे।

 

पेशेवर पत्रकार राउत ने कहा कि समाचार माध्यमों को जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार करना चाहिए और ऐसी खबर प्रकाशित नहीं करनी चाहिए, जिससे सार्वजनिक जीवन से जुड़े व्यक्ति की गरिमा को नुकसान हो। अभिजीत अडसुल ने हालांकि बाद में दावा किया कि हमला करने वाले पार्टी से सम्बद्ध नहीं थे और वे साधारण लोग हो सकते हैं। इस बीच प्रेस क्लब मुम्बई ने हमले की आलोचना की और कहा कि यह हमला पूरे पत्रकारिता जगत पर है। क्लब ने एक बयान में कहा, हमला सिर्फ महाराष्ट्र टाइम्स या टाइम्स ऑफ इंडिया समूह पर नहीं, बल्कि पूरी पत्रकारिता बिरादरी पर है। ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रेस क्लब आनंदराव अडसुल के समर्थकों के इस कायरतापूर्ण कार्यो की तीखे शब्दों में आलोचना करता है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 28, 2012, 22:56

comments powered by Disqus