Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 13:30

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के एक साल के कार्यकाल के दौरान 27 साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं और लगातार बढ़ते अपराध से चारों तरफ आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।
राजधानी लखनऊ में होने वाली इस इस समीक्षा बैठक में सूबे के सभी वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश बैठक में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर सख्त कारवाई का संदेश देंगे।
इससे पहले शनिवार रात मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की तरफ से सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर तत्काल रोक लगाने के लिए चेतावनी के साथ त्वरित कारवाई के दिशा निर्देश जारी किए गए। सरकार ने कहा कि अगर किसी जिले में साम्प्रदायिक हिंसा हुई तो वहां से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ तत्काल कारवाई होगी।
उधर, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवकता विजय बहादुर पाठक ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि जिन 27 स्थानों पर दंगे हुए, सरकार वहां के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों पर कारवाई क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार अपने ही फैसलों पर कायम नहीं रह पाती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 17, 2013, 13:30