Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 16:44
सीमा मलिक
संगम (इलाहाबाद) : महाकुंभ का भव्य आगाज हो चुका है। सोमवार को पहले शाही स्नान के बाद अखाड़ों का माहौल अब थोड़ा शांत है। हालांकि शिविरों में गहमा गहमी दिखाई दे रही है। साधु-संन्यासी आपसी चर्चा में व्यस्त हैं। अखाड़ों की व्यवस्था, अगले शाही स्नान की तैयारी, अखाड़ों में शामिल पदाधिकारियों की पदोन्नति लेकर अभी से रणनीति बनाई जाने लगी है।
गौर हो कि पहले शाही स्नान के बाद शिविरों का माहौल और साधु-सन्यासियों की दिनचर्या में थोड़ा बदलाव हो जाता है। सभी संत सवेरे संगम तट पर अलग-अलग जाकर स्नान करते हैं। फिर शिविरों में अपने ईष्ट देव की पूजा अर्चना के बाद भोग लगाते हैं। जिसके बाद श्रद्धालुओं से मिलने का क्रम शुरु हो जाता है।
ज्ञात हो कि 22 जनवरी को कुंभ का दूसरा शाही स्नान है। दूसरे शाही स्नान के लिए शाही सवारी निकालने और संगम तट में डुबकी लागाने की नियमावली में कोई बदलाव नहीं होता है। सदियों से यहीं परंपरा रही है, जिसका निर्वहन होता चला आ रहा है।
First Published: Tuesday, January 15, 2013, 15:56