Last Updated: Thursday, September 27, 2012, 10:24

ज़ी न्यूज ब्यूरो
मुंबई : महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच प्रदेश कांग्रेस के विधायकों की शुक्रवार को होने वाली बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण करेंगे। जिसमें इस बात पर निर्णय किया जाएगा अजित पवार के इस्तीफे के बाद उपजे हालात से कैसे निपटा जाएगा। देखना यह भी होगा कि क्या अजित का इस्तीफा सीएम चव्हाण स्वीकार करेंगे या नहीं। ऐसे में सीएम के लिए पसोपेश वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है।
एमपीसीसी प्रमुख माणिकराव ठाकरे ने कहा कि सभी विधायकों से आज की बैठक में शामिल होने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि राकांपा के अध्यक्ष मधुकर पिचाड़ से कहा गया है कि वे अपने समर्थकों को मुख्यमंत्री के पोस्टर जलाने से बाज आने को कहें। उन्होंने कहा कि पूरा मामला राकांपा से जुड़ा है। हम सिर्फ दर्शक की हैसियत से पूरा घटनाक्रम देख रहे हैं।
इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि अजीत पवार के उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बारे में पहले वह अपनी पार्टी कांग्रेस और गठबंधन सहयोगी राकांपा के नेताओं से बातचीत करेंगे और इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने अजीत पवार का एक पत्र प्राप्त किया है जिसमें मंत्रिपरिषद से उनके इस्तीफे का जिक्र है और जिन विभागों का जिम्मा उनके पास था उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने का सुझाव है।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के साथ बनी रहेगी। पवार ने पत्रकारों से कहा कि हम केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को अपना समर्थन जारी रखेंगे। इन दोनों सरकारों से समर्थन वापस लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के इस्तीफे के बाद प्रदेश की राजनीति में संकट की स्थिति पैदा हो गई है। अजित के अलावा राकांपा के 19 मंत्रियों ने राज्य में पार्टी के प्रमुख मधुकर पिचड को इस्तीफा सौंप दिया था। बुधवार को राकांपा की बैठक में यह बात सामने आई कि अजित पवार के इस्तीफे के सम्बंध में उनके चाचा शरद पवार शुक्रवार को मुम्बई में निर्णय लेंगे।
First Published: Thursday, September 27, 2012, 10:19