‘अधिकार यात्रा में काले कपड़े पर कोई बैन नहीं’

‘अधिकार यात्रा में काले कपड़े पर कोई बैन नहीं’

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए चलाये जा रहे अधिकार यात्रा कार्यक्रम के दौरान काला कपडे लाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है और यदि पुलिसकर्मियों ने लोगों के पहने हुए काले कपड़े उतारे होंगे उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।

नीतीश ने ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम’ से इतर संवाददाताओं से कहा कि मुझे काले कपड़े से कोई तकलीफ नहीं है। मुझे तो काला कपड़ा पसंद है। काले कपड़े के बिना तो काम नहीं चल सकता। काला के बिना तो रंगों की दुनिया अधूरी है। उन्होंने कहा कि अधिकार यात्रा के दौरान जदयू के सम्मेलन में काले कपड़े पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है। इस संबंध में अधिकारियों को किसी भी प्रकार का निर्देश नहीं है। किसी भी पुलिसकर्मी ने यदि काला कपड़ा उतारा होगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस द्वारा किसी का काला कपड़ा उतारते हुए वीडियो है तो वे पुलिस महानिदेशक को दें। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विपक्ष पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष जदयू के अधिकार यात्रा सम्मेलन के दौरान हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहा है। इसके पीछे कौन लोग हैं इसकी जानकारी सभी को है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुबंध पर काम करने वाले शिक्षकों के वेतनमान में बढोतरी की मांग कोई नया मुद्दा नहीं है। सेवा यात्रा के दौरान शिक्षकों ने कभी इस विषय को नहीं उठाया।

नीतीश कुमार ने कहा कि अनुबंधित शिक्षकों द्वारा इस विषय को उठाने के समय को लेकर भी प्रश्न उठते हैं। नीतीश का जादू उतरने के विपक्ष के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक जादूगर नहीं हूं जिसका जादू उतर गया हो। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 15, 2012, 22:24

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