Last Updated: Saturday, April 20, 2013, 14:10
ज़ी मीडिया ब्यूरोअयोध्या : सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने इस बार राम नवमी के दिन विवादित स्थल पर लोगों को किसी तरह के धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने की अनुमति नहीं दी।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक न्यायालय द्वारा नियुक्त पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ही एक मात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें 67 एकड़ भूभाग में पूजा-पाठ करने की अनुमति है। यह क्षेत्र अब केंद्र सरकार के नियंत्रण है। पिछले 19 सालों में राम जन्म भूमि सेवा समिति से जुड़े स्थानीय लोग रामनवनमी के दिन विवादित स्थल पर पूजा-पाठ करते आए हैं।
ज्ञात हो कि न्यायालय ने इस साल 28 जनवरी को विवादित स्थल से लगी 67 एकड़ जमीन पर यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिया था और क्षेत्र में किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधि पर रोक लगा दी थी।
First Published: Saturday, April 20, 2013, 14:10