असम हिंसा: 40 लोग मरे, एक हजार जवान रवाना

असम हिंसा: 40 लोग मरे, एक हजार जवान रवाना

असम हिंसा: 40 लोग मरे, एक हजार जवान रवाना
कोकराझार : असम में अल्पसंख्यक प्रवासियों और बोडो आदिवासियों के बीच हिंसा जारी है और आठ अन्य शव मिलने के साथ ही बुधवार को हिंसा में मरने वालों की संख्या 40 तक पहुंच गई। केंद्र ने असम सरकार से हिंसा में शामिल ‘सरगनाओं’ को गिरफ्तार करने को कहा है। वहीं, असम के हिंसा प्रभावित चार जिलों के लिए सेना ने आज एक हजार जवानों को रवाना किया और वहां फ्लैग मार्च किया गया ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

पुलिस ने बताया कि पांच शव चिरांग जिले के बिजनी में बरामद हुए। हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित कोकराझार से तीन शव मिले जहां अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा है और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं। चिरांग और कोकराझार जिलों से आगजनी की दो ताजा घटनाओं की खबर है, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कोकराझार, चिरांग, धुबरी और बोंगाईगांव में सेना की तीन टुकड़ियां तैनात की गई हैं जहां फ्लैग मार्च निकाला गया।

रक्षा प्रवक्ता कर्नल एस फोगाट ने बताया कि सेना की यूनिटों ने चारों जिलों में कई संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों की पहचान की है , ताकि सही तरीके से गश्त लगाई जा सके। दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने कहा कि गुवाहाटी जाने वाली ट्रेनों और रेल पटरियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों के दो हजार कर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से दोनों पक्षों के सरगनाओं को गिरफ्तार करने को कहा है, ताकि हिंसा तत्काल थम सके। हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

सीमा पार से किसी की संलिप्तता की संभावना को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा सील है। किसी भी संगठित समूह के लिए सामान्य तौर पर यह असंभव है कि वह सीमा पार से भारत में घुसकर हमले कर सके। हिंसा में करीब दो लाख लोग बेघर हो गए हैं और लगभग 125 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 25, 2012, 22:10

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