`असम हिंसा के मद्देनजर मुंबई पुलिस को चेताया गया था`

`असम हिंसा के मद्देनजर मुंबई पुलिस को चेताया गया था`

`असम हिंसा के मद्देनजर मुंबई पुलिस को चेताया गया था`ज़ी न्यूज ब्यूरो

मुंबई: एक रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई पुलिस को असम मुद्दे पर कानून और व्यवस्था बिगड़ने की चेतावनी दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक यह कहा जा रहा है कि मुंबई पुलिस को असम हिंसा के मद्देनजर पहले ही आगाह किया गया था और इस मुद्दे पर हिंसा की आशंका जाहिर की गई थी लेकिन उस मुताबिक बंदोबस्त कर पाने में मुंबई पुलिस नाकाम रही।

मुम्बई के आजाद मैदान में शनिवार को प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 45 पुलिसकर्मियों, तीन मीडियाकर्मियों सहित करीब 100 लोग घायल हुए थे।

मुम्बई पुलिस ने असम में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में शनिवार को यहां आयोजित प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा की जांच शुरू कर दी है। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
आजाद मैदान में भड़की हिंसा का असर छत्रपति शिवाजी टर्मिनस तक दो किलोमीटर के दायरे में फैल गया।

पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 23 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। असम में साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में आजाद मैदान में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन का आयोजन किया था। आयोजकों ने असम और म्यांमार में मुसलमानों पर हमले की निंदा की थी।

आरोप है कि कुछ नेताओं के भड़काऊ भाषण के कारण हिंसा भड़की, जिन्होंने मीडिया से अपील की कि वे मुसलमानों पर `अत्याचार` की कवरेज को छिपाएं नहीं।

भाषण के तुरंत बाद कुछ युवाओं ने पत्रकारों तथा पुलिसकर्मियों पर हमला शुरू कर दिया और सार्वजनिक एवं निजी वाहनों को नुकसान पहुंचाया।

हिंसक भीड़ ने 49 सरकारी बसों को नुसान पहुंचाया, पुलिस के 12 वाहन क्षतिग्रस्त किए गए, जिनमें से तीन को जला दिया गया। निजी टेलीविजन चैनलों के तीन ओबी वैन सहित 50 निजी गाडिम्यों को आग लगा दी गई।

First Published: Monday, August 13, 2012, 14:52

comments powered by Disqus