Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 20:38
गुवाहाटी : असम के कोकराझार और चिरांग जिलों में पिछले एक सप्ताह से जारी हिंसा के कारण क्षेत्र में तनाव की स्थिति अब भी बरकरार है। चिरांग जिले से बुधवार को तीन और शव बरामद किए गए, जबकि मंगलवार रात पांच गावों में घरों को आग लगा दी गई। इस बीच, सेना के जवानों ने तनावग्रस्त क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया।
सेना ने कोकराझार, चिरांग, बक्सा तथा उदालगुरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया, जो असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। कोकराझार और चिरांग जिलों में बोडो जनजाति तथा बांग्ला भाषी मुसलमानों के बीच 19 जुलाई से जारी हिंसा में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों ने अपना घर छोड़कर जिला प्रशासन के शिविरों में या अन्य सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। चिरांग जिले के पांच गांवों- मखानगुड़ी, गोयारीपारा, चोइराबाड़ी, माजराबाड़ी तथा भाआरागुड़ी के खाली घरों में अराजक तत्वों ने मंगलवार रात आग लगा दी।
तनाव व हिंसा के कारण रेल यातायात पर भी असर पड़ा है। असम के इन जिलों में आने वाली तथा यहां से जाने वाली सभी रेलगाड़ियों को गुवाहाटी से अलीपुरदुआर के बीच रोका जा रहा है, जिससे कई यात्री फंसे हुए हैं।
कोकराझार जिले में बुधवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। कोकराझार जिले में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "सेना ने बीटीएडी क्षेत्र में बुधवार सुबह फ्लैग मार्च किया। हम बीटीएडी के विभिन्न क्षेत्रों में शांति समितियां भी गठित कर रहे हैं और तनाव कम करने के लिए इसमें दोनों समुदायों (बांग्ला भाषी मुसलमानों तथा बोडो जनजाति) के लोगों को शामिल कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 20:38