Last Updated: Wednesday, August 8, 2012, 11:54

ज़ी न्यूज ब्यूरो
गुवाहाटी/नई दिल्ली: असम में जातीय हिंसा का दौर अभी तक खत्म नहीं हुआ है और इस मुद्दे से जुड़े एक और खुलासे ने खलबली मचा दी है। कहा जा रहा है कि असम के जातीय हिंसा के दौरान दंगाइयों ने लोगों को मारने के लिए एके-47 जैसे घातक हथियार का इस्तेमाल किया। इस खुलासे ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
राज्य सरकार ने बोडोक्षेत्र में हथियारों को जब्त करने के आदेश दिए है। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने इस घटना को ज्वालामुखी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी घटनाएं कहीं भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि हिंसा रोकने के लिए हम प्रभावी कदम उठा रहे है। सरकार ने जातीय हिंसा की सीबीआई से जांच कराने की मंगलवार को सिफारिश की। अब तक कुल 73 लोगों की जान जा चुकी है।
असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कहा कि मैंने घटनाओं की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। अब यह केन्द्र पर है कि वह इसे गठित करने के लिए अंतिम निर्णय करे। अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा प्रभावित कोकराझार जिले में 47, चिरांग में 17 और धुबरी में चार लोग मारे गए हैं, जबकि पिछले माह पांच लोग पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे।
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 11:54