Last Updated: Saturday, July 28, 2012, 21:17
कोकराझार : असम में विस्थापित अल्पसंख्यकों एवं बोडो आदिवासियों में जारी संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है। आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित कोकराझार का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है जबकि कोकराझार जिले से दो और चिरांग से एक सडा गला शव मिलने से पिछले कुछ दिनों से जारी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई। सूत्रों ने बताया कि कोकराझार में दिन के कर्फ्यू में ढील दी गई जबकि रात का कर्फ्यू जारी रहेगा। इसके अलावा चिरांग और धुबरी में भी रात का कर्फ्यू जारी रहेगा।
राज्य के पांच जिले कोकराझार, चिरांग, धुबरी, बकसा और बोंगाईगांव हिंसा से प्रभावित हुए हैं जबकि लगभग तीन लाख लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है। इस बीच नाराज मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने केन्द्र या सेना को विलंब से मौके पर पहुंचने के कारण हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही कहा, ‘मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है।’ मुख्यमंत्री ने कल गुवाहाटी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि पहले दिन से ही सेना की मौजूदगी से हिंसा टाली जा सकती थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 28, 2012, 21:17