Last Updated: Friday, December 9, 2011, 14:16
कोलकाता : एएमआरआई समूह के प्रमुख एस.के. टोड़ी सहित छह लोगों को अस्पताल में आग लगने के बाद दम घुटने से मारे गए लोगों की मौत के मामले में गिरफ्तार करने के साथ ही अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरी घोषणा के बाद दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में कानून अपना काम करेगा। इतनी मौतों के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ गंभीरता से निपटा जाएगा।’
ममता ने कहा कि दमकल सेवा अधिकारी और पुलिस ने गत सितम्बर में एएमआरआई अस्पताल प्रशासन को उसके तहखाने के बारे में चेतावनी दी थी। एएमआरआई ने वचन तो दिया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया। ममता ने कहा कि अस्पताल बंद कर दिया गया है तथा बचाव अभियान पूरा होने के बाद कोलकाता नगर निगम उसे सील कर देगा। पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार ने अस्पताल के लिए 93 प्रतिशत भूमि दी थी।
उन्होंने कहा कि आग के कारणों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में दमकल विभाग, कोलकाता नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि शामिल होंगे। कोलकाता पुलिस आयुक्त आर.के. पचनंदा ने कहा कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) दमयंती सेन समिति के कामकाज का निरीक्षण करेंगी।
टोड़ी के अलावा गिरफ्तार अन्य लोगों में आर. एस. गोयनका, रवि गोयनका, मनीष गोयनका, प्रशांत गोयनका और दयानंद गोयनका शामिल हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन सभी पर लापरवाही, गैर इरादतन हत्या, और गैर इरादतन हत्या की कोशिश करने के आरोप लगाए गए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 9, 2011, 19:46