आंध्र की राजनीति में लौटने की तैयारी में जयाप्रदा

आंध्र की राजनीति में लौटने की तैयारी में जयाप्रदा

हैदराबाद : अभिनेत्री से राजनीतिज्ञ बनीं जयाप्रदा आने वाले लोकसभा चुनाव में अपने गृहक्षेत्र, राजामुंद्री से चुनाव लड़कर आंध्र प्रदेश की राजनीति में वापसी की योजना बना रही हैं। वर्ष 2010 में वह समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित की जा चुकी हैं। इस समय वह उत्तर प्रदेश के रामपुर से निर्दलीय सांसद हैं। उन्होंने हालांकि इस समय यह तय नहीं किया है कि वह आंध्र प्रदेश में किस राजनीतिक दल से जुड़ेंगी।

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वाईएस राजशेखर रेड्डी की तारीफों के पुल बांधकर जयाप्रदा ने हालांकि वाईएसआर कांग्रेस से जुड़ने के संकेत दे दिए हैं। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष राजशेखर रेड्डी के पुत्र वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी हैं, जो इस समय अवैध संपत्ति के मामले में जेल में हैं। एन. चंद्रबाबू नायडू की जनता में अपनी साख खोने की आलोचना करके जयप्रदा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह वापस तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) से नहीं जुड़ने वाली हैं। जयाप्रदा ने राजशेखर रेड्डी को एनटी रामाराव से कहीं आगे बताया। हालांकि रामाराव के आमंत्रण पर ही 1994 में वह तेदेपा से जुड़ी थीं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि राजशेखर रेड्डी की आकस्मिक एवं दुखद मृत्यु के बाद वाईएसआर कांग्रेस को उन्हीं के कद के एक नेता की जरूरत है।

जयाप्रदा ने जेल में बंद जगनमोहन रेड्डी के लिए भी अपनी सहानुभूति व्यक्त की और कांग्रेस पर उन्हें निशाना बनाने का आरोप लगाया। राजामुंद्री संसदीय सीट के लिए वाईएसआर कांग्रेस का टिकट मिलना तय होने पर वह इस पार्टी से जुड़ने का अंतिम निर्णय ले सकती हैं। जयाप्रदा ने कथित तौर पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष आदिकेशवुलू नायडू से अपनी राजनीतिक योजनाओं के बारे में विचार-विमर्श किया। नायडू के पुत्र वाईएसआर कांग्रेस के नेता हैं।

इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि जयाप्रदा 1998 तथा 1999 में राजामुंद्री में जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से भी जुड़ सकती हैं। तेदेपा की तरफ से दिग्गज अभिनेता मुरली मोहन को फिर से राजामुंद्री से चुनाव में खड़ा करने की योजना के कारण अगले आम चुनाव में राजामुंद्री में दो फिल्मी सितारों के बीच चुनावी जंग देखने को मिल सकता है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, April 4, 2013, 19:23

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