Last Updated: Tuesday, April 9, 2013, 12:14
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस की साख गिरी है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वाईएसआर कांग्रेस नेता वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ चल रहे आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में प्रदेश की गृह मंत्री पी.सबिता इंद्रा रेड्डी को अभियुक्त बनाया है। इस घटना के बाद विपक्ष ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया था। सीबीआई द्वारा सोमवार को दर्ज पांचवे आरोप पत्र में सबिता का नाम अभियुक्त के रूप में लिए जाने के बाद उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
सीबीआई के इस आरोप पत्र में 13 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है और गृहमंत्री पर आपराधिक षडयंत्र, विश्वासघात करने, धोखाधड़ी और पद के दुरुपयोग के आरोप तय किए गए हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व एवं दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएसआर की केबिनेट में सबिता खदान एवं भूगर्भ मंत्री थीं। इस दौरान उन्होंने चूनापत्थर के खनन के लिए कडप्पा जिले की 407 हेक्टेयर जमीन ईश्वर सीमेंट को आवंटित की थी जिसे बाद में डालमिया सीमेंट को हस्तांतरित कर दिया गया जिसने जगन के भारती सीमेंट में निवेश किया था।
सीबीआई का मानना है कि इस चूनापत्थर की खदान का आवंटन वाईएसआर के कार्यकाल में उनके बेटे जगन के व्यवसाय में निवेश करने वाली कम्पनियों को इसके बदले में किया गया था। इन आरोपों का दबाव झेल रहीं सबिता ने सोमवार रात मुख्यमंत्री एन. किरन कुमार रेड्डी से मुलाकात कर उन्हें अपने इस्तीफे की पेशकश की। मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों ने हालांकि, उन्हें अंतिम फैसले तक इंतजार करने कहा है।
माना जा रहा है कि सीबीआई उन दो मंत्रियों की भूमिका की भी जांच कर रही है जिन्होंने विभिन्न कम्पनियों को लाभ पहुंचाने के लिए फाइलों को मंजूरी दी थी। 2009 में कांग्रेस के दोबारा सत्ता में आने के बाद सबिता को राज्य की प्रथम महिला गृहमंत्री बनाया गया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 9, 2013, 12:14