Last Updated: Monday, April 30, 2012, 17:25

अमेठी : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के लिए सोमवार को यहां पहुंचे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने उम्मीदवारों के चयन से लेकर पार्टी में गुटबाजी तथा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा जैसी शिकायतों के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिये कमर कस लेने की नसीहत दी है।
विधानसभा चुनाव के लगभग दो माह बाद अपने संसदीय क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन राहुल ने तिलोई और सलोन विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के साथ बैठक करके विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बारे में चर्चा की, इनमें से तिलोई सीट पर कांग्रेस ने जीती है जबकि सलोन सीट हार गई है। बैठक में शामिल रहे कार्यकताओं और नेताओं ने बताया कि राहुल ने प्रदेश में ही नही बल्कि कांग्रेस के गढ अमेठी तथा रायबरेली में भी पार्टी की करारी हार के कारणों के बारे में उनसे बातचीत की।
पार्टी सूत्रों के अनुसार ,यूं तो दोनों ही बैठकों में कार्यकर्ताओं ने उपेक्षा की शिकायतें की, मगर मुख्य शिकायतें सलोन सीट की समीक्षा के दौरान सामने आयी ,जो सीट पार्टी हार गई है। बंद कमरों में हुई इन बैठकों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी बात खुल कर सामने रखी और पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा तथा स्थानीय स्तर पर गुटबाजी को पार्टी की हार का मुख्य कारण बताया। उल्लेखनीय है कि राहुल की अमेठी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की रायबरेली संसदीय क्षेत्र में आने वाली दस विधानसभा सीटों पर पार्टी की जीत के लिए राहुल और सोनिया ने तो प्रचार और जनसभाएं की ही थी ,राहुल की बहन प्रियंका वाड्रा ने चुनाव के दौरान डेरा डाले रखा ,मगर पार्टी को दस में से केवल दो सीटों पर ही जीत मिल पायी । पिछले चुनाव में इनमें से सात सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल की थी।
अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से वादा किया कि अगले तीन महीने में पार्टी संगठन में व्यापक फेरबदल किया जाएगा। राहुल ने पहले तिलोई के राम जानकी बालिका विद्या मंदिर में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की। कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े नेताओं द्वारा उपेक्षा करने सहित विभिन्न मुद्दों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी बात आलाकमान तक नहीं पहुंचाई जाती है। बैठक में शामिल कार्यकर्ता राम निहोर ने बताया कि राहुल गांधी ने बैठक के दौरान माना कि कुछ गलितयों और बेहतर समन्वय न होने के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
तिलोई के बाद राहुल ने सलोन में भी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक कर हार के कारण जानने की कोशिश की। लगभग सभी कार्यकर्ताओं ने उपेक्षा की शिकायत की और कहा गया कि इसी वजह से पार्टी को नुकसान हुआ। राहुल ने तीन चरणों में बूथ और ब्लॉक स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर विधानसभा और जिले के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की।तीन दिवसीय दौरे में अमेठी की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में राहुल इसी तरह कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बैठक कर हार के कारण जानने की कोशिश करेंगे।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी की पांच में से केवल दो सीटें ही जीत पाई, जबकि रायबरेली में पार्टी का खाता नहीं खुला और वहां की पांचों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 30, 2012, 22:55