Last Updated: Wednesday, February 27, 2013, 18:24

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर बुधवार को विधानसभा भवन के सामने धरना पर बैठे सूबे के डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को राज्य सरकार ने बुधवार को बातचीत का न्यौता तो भेजा, लेकिन वार्ता विफल रही, जिसके बाद हजारों शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
डिग्री कॉलेज के हड़ताली शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्य के नगर विकास मंत्री आजम खान से मिला, लेकिन उनकी वार्ता सफल नहीं हो पाई। इसके बाद विधानसभा भवन के सामने धरना पर बैठे हजारों शिक्षकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हजारों शिक्षकों को गिरफ्तार कर बसों से जेल भेज दिया। पुलिस को शिक्षकों को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
सूबेभर के डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों ने पहले ही बुधवार को विधानसभा भवन का घेराव करने की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय सम्बद्घ महाविद्यालय शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने विधानसभा भवन का घेराव करने का निर्णय लिया था। ज्ञात हो कि डिग्री कॉलेज के शिक्षक छठे वेतन आयोग का एरिअर जनवरी 2006 से अब तक दिए जाने और प्रोन्नति पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर लम्बे समय से आंदोलनरत रहे हैं।
इससे पहले शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के सामने अनशन भी किया था तथा विश्वविद्यालय स्तर पर भी कई बार प्रदर्शन हो चुका है। संघ के अध्यक्ष मनोज मिश्र ने कहा कि शिक्षक छात्रों का नुकसान नहीं चाहते, लेकिन सरकार के रवैये की वजह से उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 27, 2013, 18:24