Last Updated: Monday, February 6, 2012, 08:03
कोरबा : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में छात्रवृत्ति का पैसा दिलाने के लिए ले जा रहे एक अधेड़ ने आदिवासी छात्रा के साथ अनाचार की कोशिश की और नाकाम होने पर उसे चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया है। छात्रा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कोरबा जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि रविवार को जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत कुसमुंदा रेलवे स्टेशन के करीब 45 वर्षीय व्यक्ति रामदयाल केंवट ने सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली 12 वर्षीय आदिवासी छात्रा मंजू बिंझवार को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। घटना के बाद अन्य यात्रियों ने इसकी जानकारी जब पुलिस को दी तब पुलिस ने मंजू को अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद से आरोपी फरार है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के भैसमुड़ा गांव के निवासी रामाधार बिंझवार के घर में रामदयाल केंवट का आना जाना है। रामदयाल केंवट ने रविवार को रामाधार को बताया कि वह उसकी (रामाधार की) बेटी मंजू को कुसमुंदा गांव छात्रवृत्ति के लिए ले जा सकता है तथा वहां से वापस घर पहुंचा सकता है। रामदयाल द्वारा भरोसा दिलाने पर रामाधार उसकी बातों में आ गया तथा मंजू को रामदयाल के साथ भेज दिया।
मंजू और रामदयाल भैसमुड़ा गांव जाने के लिए करीब के रेलवे स्टेशन सरगबुंदिया तक पहुंचे और छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार हो गए। ट्रेन जब कोरबा स्टेशन पहुंची तब रामदयाल मंजू को अन्य खाली बोगी में ले गया तथा उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। इस घटना से मंजू घबरा गई और शोर मचाने लगी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 6, 2012, 13:33