Last Updated: Saturday, January 7, 2012, 16:00
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बसपा ने चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर राज्य में जगह-जगह लगी मुख्यमंत्री मायावती और बसपा के चुनाव निशान हाथी की मूर्तियों को ढंकने के निर्वाचन आयोग के आदेश को एकतरफा करार देते हुए उस पर सवाल खड़े किए।
मायावती के करीबी सहयोगी और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव आयोग ने दलित विरोधी मानसिकता वाली विपक्षी पार्टियों के कथनों को स्वीकार करके बसपा का पक्ष जाने बगैर मूर्तियां ढंकने का एकतरफा आदेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘दलित विरोधी मानसिकता वाली पार्टियों कांग्रेस, भाजपा और सपा द्वारा दिए गए एकतरफा कथनों को स्वीकार करते हुए आयोग ने यह निर्देश दिए हैं। बसपा का पक्ष सुने बगैर दिए गए इस आदेश से संविधान के अनुच्छेद 14 का खुला उल्लंघन हुआ है।’
मिश्र ने कहा कि बसपा मुख्य निर्वाचन आयुक्त और उनके साथियों से यह उम्मीद तो करती ही थी कि वे चुनाव प्रक्रिया पूर्णतया निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराएंगे लेकिन उनके आज के आदेश से बसपा को धक्का लगा है। साथ ही उसके फैसले से बहुत बड़ा प्रश्न भी खड़ा हो गया है। बसपा नेता ने आयोग के फैसले के औचित्य और व्यावहारिकता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति भवन, नार्थ ब्लाक, साउथ ब्लाक के सभी खम्भों तथा लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर हाथी बना हुआ है, ऐसे में क्या लोकसभा चुनाव में आयोग इन स्थानों को भी ढकवाएगा?
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 7, 2012, 21:30