Last Updated: Wednesday, May 15, 2013, 22:11

पटना : राजद सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने युवाओं को चुनाव में राजद द्वारा 50 प्रतिशत टिकट दिए जाने की आज घोषणा करते हुए कहा कि उनकी धमनी में जब तक खून का एक कतरा भी बचा रहेगा दिल्ली की गद्दी पर फिरकापरस्त ताकतों को काबिज नहीं होने देंगे।
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राजद द्वारा आयोजित ‘परिवर्तन रैली’ को संबोधित करते हुए लालू ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि देश को तोडने वाली फिरकापरस्त ताकत दिल्ली की गद्दी पर विराजमान होने के फिराक में है।
उन्होंने बिहार को एक धर्मनिरपेक्ष प्रदेश बताते हुए कहा कि जब तक लालू और बिहार की धमनी में खून का एक भी कतरा बचा रहेगा तब तक दिल्ली की गद्दी पर फिरकापरस्त ताकतों को काबिज नहीं होने देंगे। राजद सप्रुीमो ने कहा कि जेपी आंदोलन के समय इसी गांधी मैदान में उन्होंने यह कसम खायी थी कि भारत को तोडने और टूटने नहीं देंगे और सभी धर्म के लोग साथ रहेंगे तथा इस बखिया को उधेड़ने वाली ताकत को मुंहतोड जवाब देंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ‘आरएसएस का तोता’ होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजग सरकार के कार्यकाल में हर तरफ लूट और घुसखोरी का बाजार गरम है। नीतीश सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए लालू ने कहा कि इस सरकार को हम जल्द ही उखाड़ फेकेंगे।
लालू ने नीतीश सरकार के कार्यकाल में हर स्तर पर भ्रष्टाचार का बोलबाला होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कहा, ‘प्रदेश में मनरेगा में भारी अनियमितता व्याप्त है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना की राशि डकारने के लिए प्रदेश में महिलाओं की बच्चेदानी निकाल ली जा रही है।’ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ‘अहंकारी और तानाशाह’ होने का आरोप लगाते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन और प्रदर्शन करने वाली निर्दोष महिलाओं पर नीतीश लाठी चलवाते हैं और नियमित किए जाने की मांग करने वाले अस्थायी शिक्षकों को बाहर फिकवा देने की बात करते हैं।
लालू ने प्रदेश में राजद सरकार के सत्ता में आने पर ठेके पर बहाल शिक्षकों को नियमित किए जाने, वित्तरहित शिक्षा को वित्त सहित किए जाने और प्रदेश में सिपाहियों की बहाली में जानबूझकर की गयी छटनी की समीक्षा
किए जाने का वादा किया।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने गांव-गांव शराब की दुकान खोल तो दी, लेकिन उससे उत्पन्न समस्याओं ने अब इस सरकार की चिंता बढा दी है।
प्रदेश की जदयू और भाजपा सरकार के भविष्य में सत्ता में नहीं आ सकने का दावा करते हुए लालू ने कहा कि बिहार में बिजली और पानी की किल्लत होने का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा कि नीतीश सरकार ने प्रदेश के किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्रों को राजनीति में उतारने के उद्देश्य से रैली का आयोजन करने के आरोप का जिक्र करते हुए राजद सुप्रीमो ने कहा कि वह बतायें कि उनके बेटा क्या करता है और वह कहां है। लालू ने नीतीश पर अपनी इस रैली के महत्व को कम करने के लिए इस तरह का बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या हम बुजुर्ग हो गए हैं, जो उत्तराधिकारी की घोषणा होगी।
उन्होंने कहा कि मोबाईल और कम्प्यूटर के इस युग में युवाओं को भी राजनीति में आना चाहिए, लेकिन इसका यह मतलब नहीं की पुराने और अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया जाए। राजद की इस परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी
राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि नीतीश इससे घबराकर दिल्ली चले गये हैं। उन्हें गांधी मैदान के बगल में स्थित मौर्य होटल में बैठकर यह देखना चाहिए था कि इस रैली में कितने लोग जुटे हैं।
इस रैली के माध्यम लालू द्वारा अपने पुत्रों को राजनीति में उतारने के नीतीश के आरोप की ओर इशारा करते हुए राबडी ने पूरे प्रदेश की जनता को अपना परिवार बताया और कहा कि हमने गरीबों, दलित और पिछड़ों को अपनी आवाज उठाने के लिए जुबान देने का काम किया है, जबकि नीतीश ने उन्हें जात-पांत में बांटने का काम किया। राजद की इस परिवर्तन रैली को पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 15, 2013, 16:33