Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 13:07
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अन्य पिछडा वर्ग के अंतर्गत मुसलमानों को साढ़े चार प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के केंद्र के निर्णय को आंख में धूल झोंकने वाला और सैद्धांतिक तौर पर समाज को बांटने और एकता को तोड़ने वाला बताया है।
अपनी सेवा यात्रा के नौवें पड़ाव पूर्णिया के लिए गुरुवार को यहां से प्रस्थान करने से पूर्व पटना हवाई अड्डे पर नीतीश ने अन्य पिछडा वर्ग के अंतर्गत मुसलमानों को साढे चार प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के केंद्र के निर्णय को आंख में धूल झोंकने वाला और सैद्धांतिक तौर पर समाज को बांटने और एकता को तोड़ने वाला बताया।
उन्होंने कहा कि पिछडे वर्ग की सूची में इस्लाम धर्म मानने वाले कई जातियां शामिल हैं। कांग्रेस जब भी आती है तो बांटने वाली नीति लाती है। ‘फूट डालो और राज करो’ की प्रवृति कांग्रेस की है।’ नीतीश ने कहा कि संविधान में संशोधन कर आरक्षण की सीमा को बढ़ा सकते हैं। मुस्लिम समाज में पिछड़ापन को देखते हुए आरक्षण का कोई इंतजाम किया जाता है तो इसका वे सम्मान करेंगे।
सच्चर और रंगनाथ आयोग ने भी मुसलमानों के पिछड़ेपन की की बात अपने प्रतिवेदन में कही है। मणिपुर में होने वाले चुनाव को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि जिस गठबंधन में राजद शामिल होगा उससे उनकी पार्टी जदयू बाहर रहेगी। यह जदयू की राष्ट्रीय नीति है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 5, 2012, 22:37