Last Updated: Monday, November 14, 2011, 11:23
देवरिया (यूपी) : भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बसपा मुखिया और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती पर कभी प्रदेश के विभाजन तो कभी विभिन्न समुदायों को आरक्षण के नाम पर लोगों को गुमराह और भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस बार प्रदेश की जनता उनके झूठे वादों में फंसने वाली नहीं है।
पार्टी की जनस्वाभिमान यात्रा पर यहां पहुंचे सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री मायावती द्वारा कभी उत्तर प्रदेश के विभाजन तो कभी सवर्णो और मुस्लिमों को आरक्षण दिए जाने की मांग महज चुनावी स्टंट है और साढ़े चार साल के शासन के दौरान इन मामलों में प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के अलावा उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। यह कहते हुए काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती, सिंह ने कहा कि वर्ष 2007 के चुनाव में बसपा मुखिया मायावती झूठे आश्वासन और वादे करके जनता को भरमाने में कामयाब हो गई, लेकिन इस बार ऐसा होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि विभिन्न समुदायों को आरक्षण देने के मामले में मायावती सचमुच गंभीर हैं तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि नए समुदायों को आरक्षण देने के लिए किसके कोटे में कटौती की जाएगी। सिंह ने बढ़ती महंगाई के लिए केन्द्र में सत्तारुढ़ कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के साथ ही उसे समर्थन दे रही सपा और बसपा को भी समान रूप से जिम्मेदार ठहराया और कहा कि संसद में महंगाई के मुद्दे पर मत विभाजन के मौके पर बसपा ने खुले रूप में तो सपा ने सदन से बहिर्गमन करके परोक्ष रूप से संप्रग सरकार का ही समर्थन किया था।
उन्होंने कहा कि जनता जानना चाहती है कि महंगाई के मुद्दे पर जनता के सामने केन्द्र सरकार के विरोध का ढोंग करने वाली सपा और बसपा द्वारा संप्रग सरकार को समर्थन जारी रखने के पीछे आखिर रहस्य क्या है। सिंह ने बैंकों की ब्याज दरों में बार-बार की जा रही बढ़ोत्तरी तथा कृषि क्षेत्र में घटते निवेश के लिए केन्द्र सरकार की दोषपूर्ण आर्थिक नीति को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पर मंदी का संकट मंडरा रहा है, जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी और आर्थिक सामाजिक स्थिति और बिगड़ेगी।
सिंह यह उल्लेख करना नहीं भूले कि वरिष्ठ भाजपा नेता अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में सत्तारढ़ रही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के छह साल के कार्यकाल में महंगाई निरन्तर नियंत्रण में रही तथा बहुत कम ब्याज दर पर बैंक ऋण उपलब्ध रहा, जिससे हर क्षेत्र में विकास हुआ।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 14, 2011, 17:00