Last Updated: Wednesday, November 30, 2011, 11:28
गुवाहाटी : जानी-मानी असमी साहित्यकार इंदिरा गोस्वामी का अंतिम संस्कार आज यहां पूरे राजकीय सम्मान से किया गया। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से इंदिरा के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया।
असमी साहित्यकार का लंबी बीमारी के बाद 69 वर्ष की उम्र में कल यहां एक अस्पताल में निधन हो गया था।
उन्हें अंतिम विदाई देने वालों में राज्यपाल जी बी पटनायक, मुख्यमंत्री, उनके कैबिनेट सहयोगी, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भुवनेश्वर कलीता, मुख्य सचिव एन के दास और अन्य कई लोग शामिल थे। अंतिम संस्कार के लिए चंदन की लकड़ियों से बनी चिता पर रखे जाने से पहले उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई। इंदिरा की भतीजी मृणमयी गोस्वामी ने वैदिक रीति रिवाजों से उनका अंतिम संस्कार किया।
असमी साहित्यकार की अंतिम यात्रा उनके घर से सुबह 10 बजे शुरु हुई। इंदिरा को उनकी प्रतीक पारंपरिक असमी ‘पट’ रेशम की साड़ी पहनाई गई थी और लाल बिंदी लगाई गई थी। ज्ञानपीठ को असमी साहित्य में उनके योगदान के लिए 2000 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्होंने प्रतिबंधित उल्फा को आगे की वार्ता के लिए तैयार करने और 2003 में पीपुलस कंसल्टेटिव ग्रुप (पीसीजी) की स्थापना तथा उन्हें सलाहकार के रूप में नियुक्त करने की पहल भी की।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 30, 2011, 16:58