Last Updated: Sunday, July 14, 2013, 22:56

नई दिल्ली : अमजद अली राणा अहमदाबाद में गुजरात पुलिस द्वारा पकड़े जाने और कथित रूप से एक मुठभेड़ में मारे जाने से कुछ दिन पहले मुंबई में जावेद शेख के आवास पर उसके दोस्त ‘बंटी’ में रूप में रहा था।
इस मुठभेड़ में दोनों के साथ इशरत जहां की भी मौत हुई थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने आरोप पत्र में गवाह नंबर 42 के तौर पर शेख की पत्नी साजिदा के बयान को शामिल किया है जिसमें उसने राणा की तस्वीर देखकर उसकी पहचान शेख के दोस्त बंटी के रूप में की है जो कि मुंबई में उनके घर पर रहा था।
एजेंसी ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि खुफिया ब्यूरो के तहत काम करने वाले एक दल और गुजरात पुलिस अपराध शाखा के अधिकारियों ने राणा को पकड़ा था और उसे अवैध रूप से हिरासत में रखा गया था।
साजिदा ने सीबीआई को दिए एक बयान में कहा, ‘मैं अब भी इस बात पर भरोसा नहीं कर सकती कि जावेद एक आतंकवादी था।’ ऐसा समझा जाता है कि साजिदा ने जांचकर्ताओं को बताया है कि शेख ओमान गया था। वह 2.5 लाख रपए नकद ,एक सैटेलाइट फोन तथा कुछ अन्य मोबाइल फोन लेकर वहां से लौटा था। धन के बारे में पूछने पर शेख ने उसे बताया था कि यह धन कुछ ग्राहकों का है और इसे लौटाया जाना है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 14, 2013, 22:56