Last Updated: Tuesday, June 18, 2013, 17:20

गांधीनगर : सीबीआई ने इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ के सिलसिले में अपने कार्यालय में खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक राजेन्द्र कुमार से पूछताछ की।
सीबीआई अधिकारियों ने फर्जी मुठभेड़ मामले में आईबी अधिकारी से दूसरी बार पूछताछ की है। इस मामले में अहमदबाद के बाहरी इलाके में अपराध शाखा अधिकारियों के एक दल ने 15 जून 2004 को एक फर्जी मुठभेड़ में 19 वर्षीय इशरत और चार अन्य की हत्या कर दी थी।
सूत्रों ने बताया कि मणिपुर-त्रिपुरा कैडर के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार ने कथित रूप से ऐसी खुफिया सूचना तैयार की कि लश्कर आतंकवादियों का एक समूह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए अहमदाबाद आ रहा है। जांच में सीबीआई को संकेत मिले कि कुमार की भूमिका केवल सुराग तक सीमित नहीं थी बल्कि मुठभेड़ में भी थी। मुठभेड़ को गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा गठित विशेष जांच दल ने फर्जी घोषित किया है और मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि अधिकारी ने अपने बचाव में कहा कि उनके द्वारा दिये गये खुफिया सुराग सही थे और सुराग देने का यह मतलब नहीं था कि उन्होंने पुलिस को मुठभेड़ करने का निर्देश दिया। गुजरात पुलिस का आरोप था कि इशरत उस लश्करे तैयबा मोड्यूल का हिस्सा थी, जो मोदी को निशाना बनाने जा रहा था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 18, 2013, 17:20