Last Updated: Saturday, June 22, 2013, 13:24

देहरादून : उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर की मदद से लोगों को बाहर निकालने के काम में आई थोड़ी रुकावट के बावजूद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र धरासू में फंसे 17 विदेशी सैलानियों को सुरक्षा बलों ने आज बाहर निकाला। वहीं केदारनाथ और गौरीकुंड के बीच फंसे एक हजार तीर्थयात्रियों को भी देखा गया है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यहां कहा कि आठ विशेषज्ञों के एक दल को आज केदारनाथ मंदिर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि उस पूरे क्षेत्र में बिखरे शवों की तस्वीरें लेकर राज्य सरकार के आधिकारिक बेवसाइट पर डाली जाएंगी ताकि उनकी पहचान संभव हो सके।
राज्य में खराब मौसम की वजह से आज सुबह हेलीकॉप्टर सेवा प्रभावित रही, जिससे कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में देरी हुई। मोदी रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने वाले थे।
इस बीच, सुरक्षा बलों ने रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले रामबाड़ा और जंगलछत्ती इलाके में फंसे करीब एक हजार अन्य तीर्थयात्रियों को देखा है। आधिकारिक सू़त्रों ने बताया कि पिछले कई दिनों से भूखे इन लोगों में से कई बीमार हैं और उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बीमार लोगों को वहां से निकालने में प्राथमिकता दी जाएगी।
बचाव अभियान में लगे 40 हेलीकॉप्टरों के अलावा राजस्थान सरकार ने भी तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए दो हेलिकॉप्टर और 30 बसें दी है। गुजरात सरकार ने राज्य से यहां आए तीर्थयात्रियों को अहमदाबाद वापस पहुंचाने के लिए 140 यात्री क्षमता वाले दो 747 बोइंग चार्टर विमान को बचाव अभियान में लगाया है। गुजरात से आए तीर्थयात्रियों की मदद के लिए शांतिकुंज और हरिद्वार में नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 22, 2013, 13:24