Last Updated: Saturday, January 28, 2012, 05:47
देहरादून: अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिये पूरी दुनिया में मशहूर पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में राजनैतिक घमासान के चलते विधानसभा चुनावों के लिये हो रहे आरोप प्रत्यारोप तथा कानफोडू़ प्रचार शनिवार शाम समाप्त हो गया।
राज्य में नयी सरकार चुनने के लिये आगामी 30 जनवरी को मतदान होगा जिसमें 788 प्रत्याशियों का भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कैद हो जायेगा।
राज्य में पिछले करीब एक महीने से चुनावी गहमागहमी के बीच प्रत्याशियों द्वारा नामांकन करने के बाद से ही अपने समर्थन में जबर्दस्त ढंग से प्रचार किया जा रहा था। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोपों की झड़ी लगाते हुये एक दूसरे से अपने को बड़ा साबित करने की कोशिश की गयी।
राज्य में मतदान के मात्र दो दिन और बाकी रह जाने से चुनाव आयोग के आदेश के तहत कुल 788 प्रत्याशियों द्वारा जबर्दस्त ढंग से किया जा रहा चुनाव प्रचार का कार्य शनिवार को अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है ।
राज्य में सभी प्रत्याशी अपनी अपनी जीत सुनिश्चत करने के लिये जबर्दस्त ठंड के बावजूद एड़ी चोटी का जोर लगाकर अंत तक मतदाताओं को अपने पक्ष में लुभाने में जुटे रहे।
चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रीय दलों के नेताओं में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव राहुल गांधी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष अरूण जेटली, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने धुआंधार प्रचार किया।
First Published: Saturday, January 28, 2012, 17:43