Last Updated: Saturday, March 17, 2012, 04:08
देहरादून : उत्तराखंड में राजनीतिक संकट से दो चार हो रही कांग्रेस नीत यूपीए सरकार को बजट के बाद राहत मिलने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार शनिवार को गतिरोध खत्म करने की दिशा में ठोस प्रयास हो सकते हैं। मौजूदा गतिरोध तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य दिल्ली पहुंच गए हैं।
उधर, कांग्रेस नेतृत्व के विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले से नाराज हरीश रावत और हरक सिंह अपने समर्थकों के साथ अपने हठ पर कायम हैं। माना जा रहा है कि एक-दो दिन में केंद्रीय आला नेताओं की मध्यस्थता में कोई रास्ता तलाश लिया जाएगा। राज्य में मुख्यमंत्री तय कर सरकार बना चुकी कांग्रेस को मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल अपने ही विधायकों और नेताओं के असंतोष से जूझना पड़ रहा है। अब सरकार के सामने सबसे बड़ा संकट विश्वास मत हासिल करने का है। अब तक कांग्रेस के 18 विधायक ही शपथ ग्रहण कर सके हैं। 14 विधायकों ने अभी तक शपथ नहीं ली। इन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री हरीश रावत का समर्थक माना जा रहा है। इनमें ज्यादातर विधायक नई दिल्ली में ही डेरा डाले हैं।
पार्टी सूत्रों की मानें तो दबाव बनाने की इस रणनीति से हाईकमान खासा खफा है। हालांकि मंडरा रहे संकट के चलते हाईकमान की ओर से नाराज नेताओं और विधायकों को मनाने कोशिशें जारी है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करने के साथ ही राज्य के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री को जल्द मंत्रिमंडल का गठन भी करना है। किसी हल के लिए रणनीति पर जोर शोर से मंथन हो रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, March 17, 2012, 09:38