उत्‍तराखंड: बचाव अभियान आज खत्‍म होने की उम्‍मीद, सैकड़ों अब भी हैं फंसे

उत्‍तराखंड: बचाव अभियान आज खत्‍म होने की उम्‍मीद, सैकड़ों लोग अब भी हैं फंसे

उत्‍तराखंड: बचाव अभियान आज खत्‍म होने की उम्‍मीद, सैकड़ों लोग अब भी हैं फंसेज़ी मीडिया ब्‍यूरो

देहरादून : उत्तराखंड में आई आपदा के 15 दिन बीत जाने के बाद भी बद्रीनाथ में सैकड़ों तीर्थयात्री फंसे है। वहीं, स्थानीय लोगों को भी वहां से निकाला जाना बाकी है। जानकारी के अनुसार, करीब नौ सौ तीर्थयात्री अब भी बद्रीनाथ में फंसे हुए हैं और स्‍थानीय लोगों की तादाद भी सैकड़ों में है, जिन्‍हें अभी आपदाग्रस्‍त क्षेत्र से निकाला जाना है।

उत्‍तराखंड के बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों में राहत व बचाव अभियान में शामिल विभिन्‍न केंद्रीय और प्रादेशिक एजेंसियों की ओर से सोमवार तक बचाव मिशन (रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन) को समाप्‍त कर लिए जाने की उम्‍मीद है।

रिपोर्ट के अनुसार, ब्रदीनाथ, हर्षिल और मनेरी में स्‍थानीय लोगों समेत करीब 1500 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। इन्‍हें सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव अभियान युद्धस्‍तर पर जारी है।

उत्तराखंड में आई आपदा के 15 दिन बीत जाने के बाद भी तीन हजार लोग अब भी लापता हैं जबकि प्रशासन को मलबे के ढेर से मृतकों के शव को निकालने तथा उनका अंतिम संस्कार करने में बड़ी कठिनाई आ रही है। उत्तराखंड सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि बद्रीनाथ से करीब 1489 तीर्थयात्रियों में से 874 हवाई मार्ग से और 615 सड़क मार्ग से को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने कहा कि इस कस्बे में अब भी 300 तीर्थयात्री और 600 स्थानीय लोग हैं और उनके पास खाने तथा चिकित्सा का पर्याप्त इंतजाम है।

मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य, पशुपालन विशेषज्ञ एवं स्वच्छता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों पर आधारित 200 लोगों की टीम को एनडीआरएफ के उपकरणों के साथ केदारनाथ और रामबाडा भेजा जा रहा है, जहां वे मलबे से शवों को निकालेंगे और उनकी अंत्येष्टि की प्रक्रिया में तेजी लाएंगे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित राज्य में मौजूदा हालात की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद यहां संवाददाताओं को बताया कि रामबाडा में मारे गए लोगों की अंत्येष्टि भी कुछ दिनों में शुरू होने की संभावना है।

उधर, एनडीएमए के उपाध्यक्ष एम. शशिधर रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय आपदा राहत बल के दल ने शवों को निकालने के लिए भारी उपकरणों के साथ केदारनाथ पहुंचने की योजना बनाई थी, लेकिन खराब मौसम के कारण भारी सामान उठाने वाले हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके। जब आपदा में मारे गये लोगों की संख्या के बारे में पूछा गया तो रेड्डी ने कहा कि उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष ने आंकड़ा 10,000 के आसपास बताया है लेकिन फिलहाल सही सही संख्या बता पाना मुमकिन नहीं है।

First Published: Monday, July 1, 2013, 09:50

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