Last Updated: Thursday, October 27, 2011, 13:40
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (एएफएसपीए) हटाए जाने के उमर अब्दुल्ला के प्रयास पर गुरूवार को कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने यह कहकर सवालिया निशान खड़ा किया कि सेना सहित सभी पक्षों से विचार विमर्श किया जाना चाहिए था। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख सोज ने कहा कि मुख्यमंत्री कुछ हिस्सों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाकर राजनीतिक लक्ष्य हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और किसी से भी सलाह मशविरा नहीं कर रहे।
इसके जवाब में उमर ने कहा, मैं मुख्यमंत्री के रूप में सलाह मशविरा के रूप में अपनी जिम्मेदारियों से अच्छी तरह वाकिफ हूं और अपने गठबंधन सहयोगियों को साथ लेकर चल रहा हूं। उमर सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ताज मोहिउद्दीन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुद्दे पर उनसे विचार विमर्श किया था।
उन्होंने कहा कि हालांकि एएफएसपीए को हटाए जाने की संभावना पर फैसला सेना खुफिया एजेंसियों और राज्य पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से किया जाना चाहिए। सोज ने कहा, मुख्यमंत्री द्वारा विचार विमर्श नहीं किए जाने को लेकर मुझे कोई शिकायत नहीं है। वह मुझसे फोन पर भी राय जान सकते थे। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय कांग्रेस पार्टी और सेना जैसे मुख्य पक्षों से मुद्दे पर बात की जानी चाहिए थी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 27, 2011, 19:30