उमर ने पूछा-जदयू की भरपायी कर पाएंगे मोदी

उमर ने पूछा-जदयू की भरपायी कर पाएंगे मोदी

उमर ने पूछा-जदयू की भरपायी कर पाएंगे मोदी श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि भाजपा को यह हिसाब लगाने की जरूरत है कि क्या मोदी अपने बल पर उतनी सीटें दिला पाएंगे जो एक महत्वपूर्ण सहयोगी के गठबंधन से अलग होने के चलते राजग को नुकसान होता प्रतीत हो रहा है।

उमर ने जदयू के राजग से अलग होने की घोषणा पर प्रतिक्रिया करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘इस बात की हमेशा से ही संभावना थी कि भाजपा में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने से राजग के कुछ सहयोगी दलों को काफी असुविधा होगी। मेरा मानना है कि भाजपा के लिए चुनौती यह है कि उनके सहयोगी जैसे-जैसे कम हो रहे हैं उन्हें यह हिसाब लगाना होगा कि क्या मोदी उतनी सीटें दिला पाएंगे।’

उन्होंने कहा, ‘क्योंकि यदि नहीं तो तब उनका (भाजपा) संसद में सत्ता पक्ष की सीटों पर बैठने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा।’ उमर ने कहा कि जदूय का राजग से अलग होना संप्रग के लिए लाभकारी है। उमर की पार्टी नेशनल कान्फ्रेंस ने राजग के साथ अपने संबंध वर्ष 2003 में तोड़ लिये थे।

उन्होंने कहा,‘हम राजग से इसलिए जुड़ पाये क्योंकि उसका नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी जैसा कोई व्यक्ति नेतृत्व कर रहा था। मेरी पार्टी जैसी पार्टियां एक ऐसे गठबंधन में शामिल होने के बारे में नहीं सोच सकतीं जिसमें जो चेहरा पेश किया जाए वह उसका हो जिस पर भाजपा कार्य कर रही है।’

उमर ने कहा,‘मेरा मानना है कि यही कई अन्य सहयोगियों के लिए सच्चाई है। आपने ओड़िशा के मुख्यमंत्री को देखा होगा उन्होंने ने भी इसी तरह का बयान दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री.वे सभी राजग के पूर्व सहयोगी हैं जो उस चेहरे के चलते फिर से भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे जिसे वे पेश कर रहे हैं। इसलिए इस तरह के परिदृश्य में यह संप्रग के लिए लाभकारी है।’

उमर ने कहा कि यह निर्णय कांग्रेस को करना है कि जदयू की ओर मित्रता का हाथ बढ़ाना है या नहीं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को क्या करना या नहीं करना है यह उनका निर्णय है। हम संप्रग का हिस्सा हैं और यदि कल नीतीश कुमार शामिल होते हैं तो निश्चित तौर पर गठबंधन मजबूत होगा। लेकिन कांग्रेस नीतीश कुमार की ओर मित्रता का हाथ बढ़ाती है या नहीं इसका निर्णय कांग्रेस को करना है।’

उन्होंने चुनाव से पहले तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना खारिज की। इस बीच सपा ने राजग में टूट का स्वागत किया और कहा कि जदयू-भाजपा के अलग होने से देश में साम्प्रदायिक शक्तियां कमजोर होंगी।

इस बीच, सपा महासचिव किरण्मय नंदा ने कोलकाता में कहा, ‘राजग में जदयू और भाजपा टूट से देश में साम्प्रदायिक शक्तियां कमजोर होंगी। यह टूट लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विरोधी और भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के मदद मिलेगी। इससे कांग्रेस और भाजपा के जनता विरोधी साजिशों के खिलाफ वैकल्पिक नीतियां मुहैया हो सकेंगी।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 16, 2013, 20:54

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