Last Updated: Thursday, July 18, 2013, 10:12
नई दिल्ली : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दूषित मध्याह्न् भोजन खाने से हुई 22 बच्चों की मौत को लेकर बिहार सरकार के साथ-साथ राज्य की पुलिस को नोटिस जारी किया है। यह जानकारी बुधवार को एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने कहा कि मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए आयोग ने अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है।
एनएचआरसी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आयोग का मानना है कि यदि प्रेस में आई खबरें सही हैं तो इससे दिवंगत हो गए बच्चों के भोजन पाने के अधिकार के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा खड़ा होता है।
बयान में कहा गया है कि हमने प्रमुख सचिव (शिक्षा), बिहार सरकार और सारण के पुलिस अधीक्षक को चार सप्ताह के भीतर मामले में रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा है।
फूड प्वाजनिंग नहीं जहरीले भोजन से हुई मौत : शाही
(22:33)
पटना, 17 जुलाई (आईएएनएस)| बिहार के सारण जिले के मशरख प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धरमसती, डंडामन में मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने से अब तक 22 बच्चों की मौत हो चुकी है। इधर, प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार कहा जा रहा है कि भोजन में आर्गेनोफॉस्फेट नामक जहरीला कीटनाशक पाया गया है और यही बच्चों की मौत का कारण बना है।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि यह फूड प्वाजनिंग का मामला नहीं, बल्कि जहरीले भोजन का मामला है। उन्होंने कहा कि मध्याह्न् भोजन में उपयोग होने वाले अनाज को भाजन बनाने के पहले ठीक से साफ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। उन्होंने इस घटना के पीछे साजिश की आशंका से इंकार नहीं करते हुए कहा कि जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी, इससे पहले कुछ ज्यादा कहना जल्दबाजी होगी।
उल्लेखनीय है कि आर्गेनोफॉस्फेट नामक कीटनाशक लोगों के नर्वस सिस्टम, श्वसन तंत्र पर बुरा असर डालता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 18, 2013, 10:12