एनसीपी की बैठक में अजित पवार का इस्तीफा मंजूर

एनसीपी की बैठक में अजित पवार का इस्तीफा मंजूर

एनसीपी की बैठक में अजित पवार का इस्तीफा मंजूरज़ी न्यूज़ ब्यूरो
मुम्बई : महाराष्ट्र में 72 घंटे से चल रहे राजनीतिक संकट का शुक्रवार की शाम को पटाक्षेप हो गया। यहां की गठबंधन सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने उप मुख्यमंत्री अजित पवार का इस्तीफा मंजूर कर लिया। पार्टी अब मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को अपने फैसले से अवगत कराएगी। केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने हालांकि अपनी पार्टी के अन्य 19 मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर नहीं किए। उन्होंने कहा कि अन्य मंत्री शनिवार से पहले की तरह काम करते रहेंगे।

एनसीपी विधायक दल की बैठक के बाद शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से कहूंगा कि वह उप मुख्यमंत्री पद से अजीत पवार का इस्तीफा स्वीकार कर लें।’ उन्होंने कहा कि राकांपा के अन्य सभी मंत्रियों का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया

गया है और वे कल से अपना सरकारी काम शुरू कर देंगे। शरद पवार के 53 वर्षीय भतीजे अजीत पवार ने वर्ष 1999-2009 के बीच सिंचाई विभाग में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाला संबंधी मीडिया की खबरों के बाद मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे कांग्रेस और एनसीपी के 13 साल पुराने गठबधन पर संकट के बादल घिर आए थे।

एनसीपी को संदेह है कि मुख्यमंत्री चव्हाण ने मीडिया को ऐसी ‘नुकसानदेह सूचना’ लीक की। हालांकि कांग्रेस ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि सूचना का अधिकार कानून के जमाने में सभी सूचनाएं आसानी से हासिल की जा सकती हैं। संवाददाताओं से मुखातिब शरद पवार ने कहा कि एनसीपी विधायकों ने बैठक में मांग की कि राज्य में सिंचाई परियोजनाओं की स्थिति पर जल्द से जल्द एक श्वेत पत्र लाया जाना चाहिए।

इसके पहले सिंचाई परियोजनाओं के संबंध में श्वेत पत्र प्रकाशित करने की मुख्यमंत्री की घोषणा से एनसीपी नाराज हो गई थी। गठबंधन के अस्तित्व में आने के बाद से ही सिंचाई विभाग एनसीपी के मंत्रियों के पास रहा है। विधानसभा में राज्य की आर्थिक समीक्षा पेश किए जाने के बाद चव्हाण ने यह घोषणा की थी। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि 72 हजार करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी राज्य में सिंचित भूमि के क्षेत्रफल में मात्र 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इसके पहले बुधवार को हुई एनसीपी विधायक दल की बैठक में अजीत पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया गया था। लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। उन्होंने अजीत पवार और 19 अन्य मंत्रियों के इस्तीफे के मुद्दे पर अंतिम फैसला शरद पवार पर छोड़ दिया था। अजीत के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए एनसीपी के शेष 19 मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया था।

शरद पवार ने सभी फैसले सर्वसम्मति से लेने के लिए विधायकों को धन्यवाद दिया। मीडिया पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा, ‘पवार बनाम पवार के संबंध में आपकी उम्मीदें खत्म हो गई हैं।’ मीडिया के एक वर्ग में ऐसा कहा जा रहा था कि यह दोनों पवार के बीच की आपसी प्रतिद्वंद्विता है जिसमें भतीजा विधायकों को अपने साथ लाकर चाचा के प्रभाव से मुक्त होने का प्रयास कर रहे हैं।

राकांपा प्रमुख ने अजीत की बैठक में की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि प्रस्तावित श्वेत पत्र में आरोपमुक्त साबित होने तक मंत्री पद की जिम्मेदारी नहीं स्वीकार करेंगे। जब शरद पवार मीडिया से बात कर रहे थे, उस समय अजीत पवार वहां मौजूद नहीं थे।

First Published: Friday, September 28, 2012, 17:40

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