Last Updated: Saturday, December 22, 2012, 23:53
भुवनेश्वर : ओड़िशा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन आज भारी हंगामा हुआ। विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने विधानसभाध्यक्ष के आसन पर वस्तुत: कब्जा कर लिया और उनका माइक तोड़ दिया तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को ‘तानाशाह’ बताया।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद कांग्रेस ने आक्रामक तेवर अपना लिया। इसके सदस्यों ने विधानसभाध्यक्ष प्रदीप कुमार आमट के खिलाफ रोष प्रकट किया। आमट ने किसानों के मुद्दे पर स्थगन नोटिस को खारिज कर दिया था। आमट पिछले दो दिनों से विपक्ष के नोटिसों को स्वीकार करने से इनकार कर रहे थे और उन्होंने कांग्रेस के मुख्य सचेतक प्रसाद हरिचंदन द्वारा दिये गए स्थगन नोटिस को भी खारिज कर दिया।
इस मुद्दे को विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान उठाया जबकि पार्टी के विधायक धान की खरीद के लिए बोनस की मांग और इसके न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को लेकर बैनर लिये हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए।
कांग्रेस विधायक विधानसभाध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। तीन विधायकों निहार महानंदा, जोगेश सिंह और दुशमंत नायक उनके आसन के एकदम पास आ गए और मेज पर लेट गए। उन्होंने विधानसभाध्यक्ष की मेज से कागज उठाकर फेंक दिया।
विपक्षी विधायकों ने मार्शल के साथ धक्का मुक्की भी की। सदन में हंगामा समाप्त नहीं होने पर विधानसभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही साढ़े 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी इसी तरह की स्थिति बनी रही। हालांकि मार्शल से घिरे विधानसभाध्यक्ष ने ओड़िशा सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक 2012 पारित कराना सुनिश्चित कराया। उन्होंने सदन की कार्यवाही फिर दोपहर तीन बजे तक स्थगित होने से पहले ओड़िशा झुग्गीवासियों को सम्पत्ति अधिकार और नयी झुग्गी रोकथाम विधेयक 2012 प्रवर समिति को भेज दिया।
सदन की कार्यवाही तीन बजे फिर शुरू होने पर विपक्षी सदस्य विधानसभाध्यक्ष के आसन के सामने पहुंच गए। कुछ सदस्यों ने विधानसभाध्यक्ष का माइक तोड़ दिया। मजबूरी में विधानसभाध्यक्ष को ओड़िशा नगर निगम (दूसरा संशोधन) विधेयक 2012 और ओड़िशा मुहम्मदन विवाह एवं तलाक पंजीकरण (संशोधन) विधेयक 2011 पारित कराने के लिए कार्डलेस माइक का इस्तेमाल करना पड़ा। बाद में विधानसभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 22, 2012, 23:53