Last Updated: Friday, September 7, 2012, 20:48

भुवनेश्वर: कांग्रेस की कल यहां एक रैली के दौरान हिंसा और महिला सिपाही पर हमले के संबंध में 34 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। इस मुद्दे पर ओडिशा विधानसभा में भी शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ और कार्यवाही ठप रही।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि हिंसा निंदनीय है और महिला सिपाही पर हमले से जनता हैरान है। उधर, कांग्रेसी नेता श्रीकांत जेना ने कहा कि ओडिशा में ‘पुलिस शासन’ है, जहां विरोध करने का अधिकार और लोकतांत्रित मूल्य गायब हो चुके हैं।
कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता कल पुलिस से उस समय भिड़ गये थे जब वे कोयला घोटाले पर पटनायक का इस्तीफा मांगते हुए विधानसभा इमारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे। इस घटना में 60 पुलिसकर्मियों सहित 260 लोग घायल हुए थे।
सहायक पुलिस आयुक्त निहार दास ने कहा कि हिंसा और महिला सिपाही पर हमले की घटना में कम से कम 34 लोग अब तक गिरफ्तार हुए हैं।
विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए सदन की कार्यवाही ठप करा दी।
बीजद सरकार और पुलिस कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्षी दल के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष के मंच पर चढ़ने का प्रयास किया।
दास ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच की जा रही है ताकि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान हो सके।
अस्पताल में महिला सिपाही से मिलने वाली राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ज्योति पाणिग्राही ने कहा कि हमने जांच शुरू की है। जिस तरह से उस पर हमला किया गया वह निंदनीय है।
कांग्रेस ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को ओडिशा बंद का आहवान किया है, जबकि बीजद के छा़त्र एवं महिला संगठनों ने कांग्रेसियों के ‘गुंडा राज’ के खिलाफ शनिवार को यहां धरना देने की योजना बनाई है। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 7, 2012, 20:48