Last Updated: Thursday, November 10, 2011, 16:10
चेन्नई : टूजी स्पेक्ट्रम मामले में अपनी पुत्री कनिमोझी को लगातार जेल में बंद रखे जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए द्रमुख प्रमुख एम करुणानिधि ने गुरुवार को कहा कि अगर अदालतें कानूनी अधिकार प्रदान करने में हिचकती है तो यह देश में लोकतंत्र पर सवालिया निशान खड़ा करेगा।
द्रमुक के मुखपत्र मुरासोली में अपने लेख में करूणानिधि ने कहा कि अगर भारतीय लोकतंत्र का एक स्तम्भ अदालत लोगों को कानूनी अधिकार प्रदान करने और कानून की बुनियादी बातों को संरक्षण प्रदान करने में हिचकती है तो लोगों के मन में एक सवाल उठेगा की भारतीय लोकतंत्र किस दिशा की ओर बढ़ रहा है और उसका भविष्य क्या है।
दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से कनिमोझी की जमानत याचिका पर सुनवाई एक दिसंबर तक के लिए टाले जाने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, हम बेहतर की उम्मीद करें।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 10, 2011, 21:40