Last Updated: Saturday, January 21, 2012, 18:28
जयपुर : जयपुर में चल रहे साहित्योत्सव में शनिवार को एक युवा श्रीलंकाई उपन्यासकार शेषन करुणातिलके ने साहित्य के लिए दिया जाने वाला डीएससी दक्षिण एशियाई पुरस्कार जीता। उन्हें यह पुरस्कार उनके प्रथम उपन्यास 'चिनामन : द लीजेंड ऑफ प्रदीप मैथ्यू' के लिए दिया गया।
करुणातिलके को 50,000 डॉलर का यह पुस्कार एक कार्यक्रम में भूटान नरेश की मां आशी दोरजी वांगमो वांगचुक द्वारा प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम के प्रस्तोता फिल्म अभिनेता कबीर बेदी थे। इस उपन्यास में एक सेवानिवृत्त खेल पत्रकार डब्ल्यू.जी. करुणासेना की कहानी है जो मृत्यु-शय्या पर हैं। अपनी मृत्यु से पहले वह सबकुछ कर लेना चाहते हैं जो चाहते हुए भी कभी नहीं कर पाए। करुणासेना अपने आखिरी महीने शराब पीते, पत्नी को सताते और बेटे की उपेक्षा करते हुए बिताते हैं। उसी दौरान वह एक स्पिन गेंदबाज प्रदीप मैथ्यू को ढूंढ़ लेते हैं जो तीन साल पहले गायब हो गया था। खेल पत्रकार मैथ्यू को महान क्रिकेट खिलाड़ी मानते हैं।
पुरस्कार विजेता के चयन के लिए गठित छह सदस्यीय निर्णायक मंडल में इरा पांडे, अलिस्टेयर निवेन, फकरुल आलम, फैजा एस. खान तथा मैरी ब्रेनर शामिल थे।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 21, 2012, 23:58