Last Updated: Monday, March 19, 2012, 05:07
नई दिल्ली/बैंगलुरु: इस बीच कर्नाटक में भाजपा सरकार पर मंडराते संकट के बादल सोमवार को भी नहीं छंटे और बीएस येदियुरप्पा के समर्थक उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर डटे हुए हैं।
येदियुरप्पा समर्थक विधायक शहर के बाहरी क्षेत्र में बने एक रिसोर्ट में ठहरे हुए हैं और वे अपने रूख में कोई नरमी लाते नहीं दिख रहे हैं। येदियुरप्पा भी खुद बजट पेश करने के इच्छुक हैं। येदियुरप्पा के करीबी बेलुरू गोपालकृष्ण ने दावा किया कि उनके पास 59 विधायकों का समर्थन हैं और यह संख्या 70 तक बढ़ जाएगी।
गोपालकृष्ण ने कहा कि पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अवैध खनन मामले में येदियुरप्पा के निर्दोष साबित होने पर उन्हें फिर से यह पद सौंपा जाएगा।
अवैध खनन पर लोकायुक्त की रिपोर्ट में येदियुरप्पा को दोषारोपित करने पर भाजपा ने उन्हें जुलाई 2011 में मुख्यमंत्री पद छोड़ने पर मजबूर किया था जिसके बाद राज्य में राजनीतिक तूफान आ गया था। हाल में हाईकोर्ट ने रिपोर्ट में येदियुरप्पा पर लगाए गए आरोपों और राज्यपाल द्वारा लोकायुक्त को प्राथमिकी दर्ज करने तथा उसकी जांच करने संबंधी संदभरें को खारिज किया था।
राज्य भाजपा अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य इकाई केन्द्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। वही येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने की ‘इच्छा’ पर फैसला करेगा।
माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व येदियुरप्पा को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर बंटा हुआ है। येदियुरप्पा ने कल अपनी शक्ति का एहसास कराते हुए आधे से अधिक पार्टी विधायकों का समर्थन होने का दावा किया और पार्टी नेतृत्व से 48 घंटों के अंदर विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की थी। भाजपा के 224 सदस्यीय विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष सहित 120 विधायक हैं।
संकट के बीच मुख्यमंत्री सदानंद गौडा ने रविवार को अपना 59वां जन्मदिन बनाया और घोषणा की कि वह 21 मार्च को बजट पेश करेंगे।
इस बीच येदियुरप्पा को बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने संयम रखने की सलाह दी है। इस मुद्दे पर सोमवार को बीजेपी नेता अरुण जेटली ने भी कहा है कि इस मसले का समाधान निकाल लिया जाएगा।
First Published: Monday, March 19, 2012, 15:52