Last Updated: Monday, March 4, 2013, 14:13

मुंबई: अनुभवी बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर को इस बात का दुख है कि भारत सरकार कश्मीरी पंडितों की समस्याओं पर आवश्यक ध्यान नहीं दे रही है। खेर ने रविवार को एक किताब के विमोचन के मौके पर कहा, मैं भी एक कश्मीरी पंडित हूं। हमारे समुदाय पर हुए अत्याचारों का मैं भी शिकार हूं। हमारा कोई प्रतिनिधित्व नहीं करता बल्कि हम अपनी आवाज खुद हैं। मीनाक्षी रैना की किताब `दि डिवाइन एंड दि डेस्टनी` कश्मीरी पंडितों के संघर्ष के बारे में है।
खेर ने कहा, मैं सरकार के रवैये से दुखी हूं। कश्मीरी पंडितों की समस्याओं पर सिर्फ इसलिए ध्यान नहीं दिया जाता क्योंकि वे बंदूक नहीं उठाते। मैंने किताब नहीं पढ़ी है लेकिन कश्मीरी समुदाय की तकलीफों को बेहतर तरीके से समझता हूं, क्योंकि मेरा परिवार भी इस दौर से गुजरा है। उन्होंने कहा, हमारे समुदाय का बड़प्पन है कि हम तलवार नहीं कलम उठाते हैं। अनुपम ने कहा कि वह अपने पिता के बारे में किताब लिखना चाहेंगे और उन्होंने किताब का नाम भी सोच रखा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 4, 2013, 14:13