Last Updated: Monday, December 10, 2012, 14:44
श्रीनगर : अलगाववादी जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट की ओर से आयोजित हड़ताल के चलते सोमवार को कश्मीर में जगह-जगह सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया और दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन और हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़े इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
हड़ताल के कारण श्रीनगर और घाटी के अन्य शहरों में सड़कें लगभग सूनी रहीं और कुछेक निजी कारें ही सड़कों पर चलती देखी गईं। हालांकि ज्यादातर शिक्षण संस्थान बंद रहे, कालेज परीक्षा के कारण खुले रहे।
जेकेएलएफ ने गत तीन दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर हड़ताल का आह्वान किया था। यह हड़ताल जम्मू की एक टाडा अदालत द्वारा जेकेएलएफ के दो वरिष्ठ नेताओं को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के विरोध में आयोजित की गई है।
जेकेएलएफ के प्रवक्ता ने बताया कि यासीन मलिक समेत समूह के सभी बड़े नेता मैसूमा स्थित समूह के मुख्यालय में भूख हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भूख हड़ताल योजना के अनुसार चल रही है और शाम को मशाल जुलूस तथा मोमबत्ती जलूस भी निकाला जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 14:44